नियम विरुद्ध नाला निर्माण की स्वीकृति व नियमों को ताक में रख कार्य कर महापौर उड़ा रही नगर निगम की धज्जियां
जगदलपुर
आज संभाग मुख्यालय राजीव भवन में प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया जिसमें बस्तर जिला कॉंग्रेस कमेटी के शहर अध्यक्ष सुशील मौर्य व उपनेता प्रतिपक्ष राजेश राय द्वारा प्रेसवार्ता को संबोधित किया गया..
शहर कॉंग्रेस अध्यक्ष सुशील मौर्य ने कहा, महापौर सफिरा साहू शहर का विकास नही सिर्फ अपना जेब भरना चाहती है शहर के कई वार्ड में महापौर द्वारा किए जा रहे भ्र्ष्टाचार उजागर हो चुके हैं और आगे भी भ्र्ष्टाचार महापौर द्वारा किया जा रहा है..वही शहर के नाला निर्माण की स्वीकृति चंद्रशेखर वार्ड की और कार्य का नक्शा लाल बहादुर शास्त्री वार्ड का बना हुआ है जो कि सीधे सीधे इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण है कि महापौर इस नाला निर्माण में जनता के 1करोड़ 99लाख रुपये बहने को तैयार है बिना किसी कार्ययोजना बिना एमआईसी मे प्रस्ताव लाए किस नियम के तहत महापौर यह निर्माण करवा रही है महापौर द्वारा अनैतिक तरीके से कार्य कराकर सिर्फ जनता के पैसों को बंदरबांट किया जा रहा है आज पर्यन्त तक महापौर ने जनहित व जनता के लाभ हेतु कोई भी कार्य नही किया है सिर्फ नियम विरुद्ध कार्य कर जनता के पैसों को बर्बाद करने तुली हुई है,महापौर की इस निष्क्रियता, लापरवाही से शहर की जनता पर भारी पड़ने वाली है नियम विरुद्ध नाला का निर्माण व नियमों को ताक पर रखकर सिर्फ और सिर्फ महापौर नगर निगम की धज्जियां उड़ा रही हैं..वही महापौर का कॉंग्रेस पार्षदों के साथ रवैया राजनीतिक द्वेषपूर्ण दिखाई पड़ रहा है साथ ही किसी भी कॉंग्रेस पार्षदों के वार्ड का कार्य नही किया जा रहा है बल्कि उनके कार्य में खलल डालने का कार्य महापौर द्वारा लगातार किया जा रहा है।आगामी समय में अगर कोई सार्थक पहल व इस मुद्दे का हल नहीं निकलेगा तो कॉंग्रेस पार्टी कॉंग्रेस पार्षदों के साथ नगर निगम का घेराव कर उग्र आंदोलन करने बाध्य रहेंगी…
नगर निगम में उपनेता प्रतिपक्ष राजेश राय ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा, महापौर सफिरा साहू सिर्फ राजीनतिक द्वेषपूर्ण की भावना से कार्य कर रही है और महापौर का भ्र्ष्टाचार चरम पर है,नाला की स्वीकृति चंद्रशेखर वार्ड की और कार्य का नक्शा लाल बहादुर शास्त्री वार्ड का ये किस प्रकार का नाला निर्माण करवा रही है महापौर, बिना किसी जांच के व बिना निजी भूमि मालिकों के सहमति से नाला निर्माण की स्वीकृति कैसे प्रदान की गई!और अगर ली गई है तो उक्त निर्माण की सहमति पत्र क्यों नहीं पेश किया गया?पूर्व में भी विद्याज्योति स्कूल से चित्रकोट रोड के नाला निर्माण में कार्य किया गया था परंतु यहां पर भी बिना किसी भूमि मालिक के सहमति के बगैर नाला निर्माण का कार्य जबरन किया गया था जिसका खामियाजा नगर निगम को कई वर्षों तक न्यायालय का चक्कर काटना पड़ा था और अंतत भूमि मालिक को लंबी राशि का भुगतान कर मुवावजा देकर भुगतान पड़ा था,इन सभी का जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ महापौर है! और अब फिर वही कृत्य महापौर द्वारा किया जा रहा।कुल मिलाकर महापौर द्वारा जनता का पैसा का बंदरबांट किया जा रहा है,जिसका हम पुरजोर विरोध करते हैं।
इस दौरान पार्षद सूर्यापानी, सुखराम नाग, कोमल सेना, बी.ललिता राव,ज़ाहिद हुसैन, अनुराग महतो, संदीप दास,एस नीला,शादाब अहमद,उस्मान रज़ा,खिरेंद्र यादव सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद..