मुंबई में दिवाली की सफाई के दौरान लाखों की चोरी का मामला सामने आया है। 55 साल की महिला ने मोबाइल ऐप के जरिए क्लिनिंग सर्विस बुक की थी। इसके बाद 2 लड़के उसके घर पर आए और 4 लाख रुपये के गहने चोरी करके फरार हो गए। हालांकि, पुलिस ने इस मामले में 27 वर्षीय अरबाज खान को गिरफ्तार कर लिया है। 2 और लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की जा रही है। इस घटना से ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से सफाई कर्मचारियों को काम पर रखने को लेकर बहस छिड़ गई। लोग सुरक्षा और विश्वसनीयता को लेकर चिंता जाहिर कर रहे हैं।
मुंबई में दहिसर के ऋषिकेश सोसायटी में रहने वाली लीना म्हात्रे ने दिवाली से पहले घर की सफाई का प्लान बनाया। इसके लिए उन्होंने 21 अक्टूबर को ऑनलाइन क्लिनिंग सर्विस बुक की। रिपोर्ट के मुताबिक, म्हात्रे ने बुकिंग के लिए NoBroker ऐप का इस्तेमाल किया था। इसके अगले दिन सुबह करीब 9 बजे दो लड़के उनके घर पहुंचे। वे दोनों घर की सफाई में जुट गए। म्हात्रे को बाद में पता चला कि उनकी अलमारी खुली है और सोने के गहने गायब हैं। यह नजारा देखकर वह बहुत परेशान हो गईं। उन्होंने पुलिस थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराने का फैसला लिया।
पुलिस अधिकारियों ने शुरुआती जांच के आधार पर 27 वर्षीय अरबाज खान को गिरफ्तार किया है, जिसे इस मामले में मुख्य संदिग्ध बताया जा रहा है। सोसायटी के सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई है। इसके बाद, पुलिस ने 2 अन्य व्यक्तियों संतोष ओमप्रकाश यादव और सुफियान नजीर अहमद सौदार की पहचान की है। इन्हें हिरासत में ले लिया गया और उनसे पूछताछ जारी है। रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या ऐप नोब्रोकर ने अपने कर्मचारियों की जांच की थी। क्या ऐप ओनर्स की ओर से काम पर रखने से पहले उनका बैकग्राउंड वेरिफिकेशन किया गया था? नियम तो यही है कि ऐसे कर्मचारियों को घरों में काम पर भेजने से पहले पुलिस सत्यापन कराया जाए।