बमबारी के निशान और खंडहर बने शहर में मौत का साया.

लेबनान में इजरायल के हमले थम नहीं रहे हैं. हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह को मार गिराने के बाद भी इजरायल लगातार लेबनान पर ड्रोन के जरिए हमला कर रहा है. सोमवार तड़के इजरायल ने दक्षिण लेबनान के सिडोन इलाके पर हमला बोला. इस हमले में 30 से अधिक लोगों के मारे जाने की खबर है और कई लोग घायल बताए जा रहे हैं. पूरा शहर मानो खंडहर में बदल गया है. आजतक के संवाददाता अशरफ वानी ने ग्राउंड पर जाकर सिडोन के हालात के बारे में जाना…

अशरफ वानी सिडोन के उस जगह पर पहुंचे जहां इजरायल ने सोमवार तड़के हमला बोला. एक बहुमंजिला इमारत पर इजरायल ने मिसाइल दागी. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि पूरी इमारत मलबे में तब्दील हो गई है. इस  हमले में 30 से अधिक लोगों के मारे जाने की खबर है. दर्जनों लोग घायल बताए जा रहे हैं. 

रविवार देर रात इजरायल ने राजधानी बेरूत के उस इलाके को निशाना बनाया, जहां बड़े पैमाने पर आम लोग रहते हैं. जानकारी के अनुसार, यह पहली बार है जब इजरायल की ओर से बेरूत के कोला इलाके में हमला किया गया है.  इजरायल ने ड्रोन के जरिए एक आवासीय बहुमंजिला इमारत को निशाना बनाया है. इस बिल्डिंग के अंदर अब भी एक जिंदा बम मौजूद है…

इजरायल की ओर से रविवार देर रात ये हमला किया गया. जिस वक्त ये हमला हुआ उस वक्त रात के दो बज रहे थे. ड्रोन के जरिए इस बिल्डिंग को निशाना बनाया गया. इस हमले में पॉपुलर फ्रंट फॉर लिबरेशन ऑफ फिलीस्तीन पार्टी के तीन नेता मारे गए हैं. जानकारी के अनुसार, इस बिल्डिंग के 5वें फ्लोर को निशाना बनाया गया. हमले के बाद इलाके में सन्नाटा है.

जानकारी के अनुसार, इजरायल ने इस बिल्डिंग पर एक के बाद एक कई मिसाइल गिराई. बताया जा रहा है कि इस बिल्डिंग के अंदर अब भी एक जिंदा मिसाइल है, जिसे निष्क्रिय करने में लेबनानी सेना जुटी हुई है. इस हमले में इमारत के आसपास खड़ी दर्जनों गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं. लोगों में डर का माहौल है. 

इजरायल ने लेबनान में एयरस्ट्राइक कर हिज्बुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह को मार गिराया है, इसके बाद पूरे लेबनान और बेरूत में तनाव की स्थिती बनी हुई है. साउथ बेरूत में सड़कों पर कई किलोमीटर दूर तक सन्नाटा पसरा हुआ है. खौफ का आलम ये है कि लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं.

हिज्बुल्लाह के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन को इजरायल ने ‘ऑपरेशन न्यू ऑर्डर’ नाम दिया है, इस ऑपरेशन का मकसद इजरायल विरोधी संगठनों के टॉप लीडर्स का खात्म है. इजरायल पहले अपने दुश्मनों को राडार पर लेता है, इसके बाद दुश्मनों की सारी जानकारी जुटाता है जैसे कब-कहां आना जाता होता है. फिर दुश्मन के ठिकाने पर स्ट्राइक कर उसे मारा जाता है. हानियेह और नसरल्लाह दोनों इसी तरह मारे गए. इजरायल के ‘ऑपरेशन न्यू ऑर्डर’ के टारगेट पर अब हमास का प्रमुख नेता याह्या सिनवार हो सकता है. इसके साथ ही ईरान का सुप्रीम लीडर खामनेई, यमन का अब्दुल मलिक अल हूती भी इजरायल के टारगेट पर हो सकते हैं.

इजरायल के हमलों के बीच सऊदी अरब ने लेबनान को अपना समर्थन दिया और देश की “संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता” के संरक्षण का आह्वान किया है. सऊदी विदेश मंत्रालय ने कहा कि उसने लेबनान में हाल के दिनों की घटनाओं को “गंभीर चिंता” के साथ देखा है. हालांकि सऊदी अरब ने हिज़्बुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह की मौत का जिक्र नहीं किया है. वहीं, ईरान ने इस्लामी देशों से लेबनान का समर्थन करने के लिए त्वरित कार्रवाई करने का आग्रह किया है.

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