शनिवार यानी 26 अक्तूबर को सुबह-सुबह इजरायल ने ईरान के सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए। इजरायल रक्षा बलों यानी कि आईडीएफ ने कहा कि यह हमला 1 अक्टूबर को ईरान द्वारा किए गए बैलिस्टिक मिसाइल हमले के प्रतिशोध में किया गया था। समाचार एजेंसी AP ने बताया कि इजरायली हमलों के बाद इस्लामिक गणराज्य में नुकसान की तत्काल कोई जानकारी नहीं है। इजरायली हवाई हमलों के बाद इराक ने उड़ानें निलंबित कर दीं। आपको बता दें कि इजरायली हमले की धमकी इजरायल द्वारा लगभग एक सप्ताह से दी जा रही थी।
पिछले साल हमास के हमले के बाद इजरायल ने गाजा पट्टी में एक सीधा जमीनी हमला किया और पड़ोसी लेबनान पर आक्रमण किया। तेहरान द्वारा लंबे समय से हथियारों से लैस और सहायता प्राप्त आतंकवादियों को निशाना बनाया गया।
आज इजरायल द्वारा ईरान के सैन्य ठिकानों पर किया गया हमला इस महीने की शुरुआत में इजरायली क्षेत्र पर किए गए मिसाइल हमलों का बदला लेने के लिए किया गया था। हवाई हमलों के तुरंत बाद इजरायल ने ईरान से बदला लेने की कसम खाई। यह हमला कोई आश्चर्य की बात नहीं है, क्योंकि इजरायल ने ईरान को लगातार जवाबी हमले के बारे में चेताया था। बेंजामिन नेतन्याहू की सेना ने कहा कि वह अक्टूबर की शुरुआत में कुछ जगहों पर इजरायल की हवाई रक्षा को भारी नुकसान पहुंचाने के लिए जोरदार तरीके से जवाब देगी।
इजरायली सैन्य प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हैगरी ने एक पूर्व-रिकॉर्डेड वीडियो बयान में कहा, “ईरान में शासन और क्षेत्र में उसके प्रतिनिधि 7 अक्टूबर से लगातार इजरायल पर हमला कर रहे हैं। ईरानी धरती से सीधे हमले भी शामिल हैं।”
ईरान की राजधानी तेहरान में विस्फोटों की आवाज सुनी जा सकती थी। सरकारी मीडिया ने विस्फोटों को स्वीकार किया और कहा कि कुछ आवाजें शहर के चारों ओर हवाई रक्षा प्रणालियों से आई थीं। तेहरान में एक स्थानीय निवासी ने एपी को बताया कि शनिवार को इजरायली रॉकेट हमलों के बाद कम से कम सात विस्फोट सुने जा सकते थे।
1 अक्टूबर को ईरान ने इजरायल पर हाई-स्पीड मिसाइल बैराज लॉन्च किया। इसे तेहरान द्वारा तेल अवीव पर अब तक का सबसे बड़ा हमला कहा गया। ईरान ने कहा कि ये हमले सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर किए गए थे, लेकिन इजरायल की हवाई सुरक्षा के कारण इन्हें काफ़ी हद तक विफल कर दिया गया। ईरान ने गाजा पट्टी में चल रहे इजरायल-हमास युद्ध के बीच हाल के महीनों में कई बार इजरायल पर हमला किया।