महाराष्ट्र में 18 लाख से ज्यादा सरकारी कर्मचारी 29 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने वाले हैं। इसे लेकर फेडरेशन की ओर से मंगलवार को राज्य सरकार को नोटिस भेजा गया है। इसमें कहा गया कि राज्य सरकार के 18 लाख 70 हजार अधिकारी, कर्मचारी और शिक्षक 29 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर होंगे। राजपत्रित अधिकारी महासंघ के अध्यक्ष विनोद देसाई ने कहा कि जब तक सरकार अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए संशोधित पेंशन को लेकर नोटिफिकेशन जारी नहीं करती, तब तक हड़ताल जारी रहेगी।
माना जा रहा है कि अगर इतने बड़े पैमाने पर हड़ताल हुई तो राज्य के आम लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इसे देखते हुए यह सलाह भी दी जाने लगी है कि सरकारी दफ्तर में कोई काम हो तो उसे जल्द से जल्द निपटा लिया जाए। बता दें कि महाराष्ट्र के सरकारी कर्मचारी यह मांग कर रहे हैं कि उन्हें पुरानी व्यवस्था के हिसाब से पेंशन दी जाए। इसे लेकर सरकारी कर्मचारियों और शिक्षकों ने पिछले साल मार्च में भी हड़ताल की थी, जो 7 दिन तक चली। राज्य सरकार पर इसका असर पड़ा और कर्मचारी व शिक्षक यूनियनों से बातचीत शुरू की गई।
मुख्यमंत्री की ओर से लिखित में यह भरोसा दिया गया कि कर्मचारियों और शिक्षकों को पुरानी पेंशन व्यवस्था के तहत ही आर्थिक व सामाजिक सुरक्षा मिलेगी। मगर, दिसंबर 2023 तक इसे लेकर सरकार की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया। इस पर कर्मचारियों ने 14 दिसंबर, 2023 से फिर से अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी। इसके बाद, कर्मचारी संगठनों के दबाव के चलते सरकार ने अगले बजट सेशन में सुधारित राष्ट्रीय निवृत्ति वेतन योजना का ऐलान किया था। मगर, सरकार ने अभी तक अपना वादा पूरा नहीं किया। अब पुरानी पेंशन की मांग को लेकर एक बार फिर से हंगामा होने के आसार हैं।