इजरायल और ईरान दोनों ही युद्ध के क्षेत्र में एक दूसरे को पटखनी देने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। हाल ही में इजरायली अधिकारियों ने जासूसी करने के संदेह के आधार पर एक इजरायली जोड़े को गिरफ्तार किया है। इजरायली अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने हाल ही में इजरायली सेना और मोसाद की खुफिया जानकारी निकालने की कोशिश करते एक इजरायली जोड़े को गिरफ्तार किया है। यह दोनों इजरायली खुफिया ठिकानों पर लगातार नजर बनाए हुए थे।
अधिकारियों ने बताया कि ईरान में बैठे इस कपल के आकाओं ने इन्हें यहां पर एक हत्यारे को खोजने का काम दिया था, जिससे वह किसी की हत्या करवा सके। अधिकारियों के बयान के अनुसार, राफेल और गुलियेव ने मिलकर इजरायल की खुफिया मिशन और ढांचा की जानकारी को जुटाने के मिशन को अंजाम दिया और देश के लिए रणनीति बनाने वाले सुरक्षा थिंक टैंक के ऊपर भी नजर रखी। कथित तौर पर इन दोनों को इजरायल में ही एक हत्यारे को खोजने का भी काम दिया गया था।
इजरायली न्यूज एजेंसियों की रिपोर्ट के मुताबिक इस कपल को ईरानी गिरोह ने भर्ती किया था। इस गिरोह को काकेशस क्षेत्र में बसे इजरायलियों और अप्रवासियों के लिए यह गिरोह लंबे समय से भर्ती करने का काम करता है। कथित तौर पर इस जोड़े को अजरबैजानी मूल के एक इजरायली नागरिक द्वारा भर्ती किया गया था।
अधिकारियों के मुताबिक ईरान की तरफ से यह खुफिया जानकारी लगातार इजरायल पर हमला करने और हमारी सेना को नुकसान पहुंचाने के लिए जुटाई जा रही है। इस जासूसी में ईरान काकेशस क्षेत्र में मौजूद अप्रवासी इजरायलियों का शोषण करके उन्हें इजरायल के खिलाफ काम करवा रही है।
ईरान और इजरायल के बीच लगातार जंग जारी है। 7 अक्टूबर को हमास पर हमले के बाद शुरू हुई इस जंग में ईरान भी लगातार हमास और हिजबुल्लाह के जरिए युद्ध से जुड़ा रहा। इजरायल ने लगातार ईरान को युद्ध से दूर रहने की चेतावनी दी लेकिन ईरान ने अपने प्रॉक्सी गुटों को मदद करना जारी रखा। अपने विरुद्ध लगातार ईरानी हरकतों से गु्स्साए इजरायल ने सीरिया के ईरानी दूतावास पर हमला कर दिया, जिसका जवाब देते हुए ईरान ने इजरायल के ऊपर सीधा हवाई हमला कर दिया। यह हमला वैसे तो ज्यादा सफल नहीं रहा लेकिन हाल के बर्षों में यह ईरान द्वारा इजरायल पर किया गया पहला सीधा हमला था।
ईरान के हमले के बाद इजरायल ने जवाबी हमले की चेतावनी दी लेकिन ज्यादा कुछ नहीं किया। लेकिन ईरानी राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण में शामिल होने आए हमास चीफ हानियेह की इजरायल ने हत्या कर दी तो दोनों देश फिर से आमने-सामने आ गए। इजरायल ने हमले की चेतावनी दी। लेकिन इजरायल नहीं रुका।
इजरायली पीएम ने संयुक्त राष्ट्र संघ के मंच से खुले तौर पर ईरान को चेतावनी दी कि हम मिडिल ईस्ट में कहीं भी अपने दुश्मनों को निशाना बना सकते हैं। इसके कुछ ही घंटों बाद इजरायल ने हिजबुल्लाह चीफ को हवाई हमले में मार गिराया। इसका जवाब देते हुए ईरान ने फिर से इजरायल पर हवाई हमला किया। इजरायल ने कार्रवाई करते हुए अपनी वायुसेना के जरिए ईरानी सैन्य ठिकानों पर बम बरसाए और उसे जवाबी कार्रवाई करने से बचने की चेतावनी दी।