बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेताओं के बंटेंगे तो कटेंगे वाले नारे पर निशाना साधा है। तेजस्वी ने कहा कि बंटेंगे-कटेंगे, यह तो मवालियों की भाषा है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी के लोग देश को तोड़ने की बात कर रहे हैं। देश के अमन और चैन को खत्म करने की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश अगर जुड़ा रहेगा, तभी तरक्की करेगा और महान बनेगा।
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मंगलवार को एक चैनल से इंटरव्यू में आरोप लगाए कि बीजेपी नीत एनडीए की सरकार ने हिंदुओं के लिए कुछ नहीं किया। ये लोग पढ़ाई, दवाई, शिक्षा, रोजगार और गरीबी के बारे में बात नहीं करते हैं। बंटेंगे तो कटेंगे के नारे को तेजस्वी ने बीजेपी नेताओं की नकारात्मक सोच करार दिया। उन्होंने कहा कि यह जहर फैलाने वाली बात कर रहे हैं। बंटेंगे तो कटेंगे की जगह जुटेंगे या जुड़ेंगे कहना चाहिए। जुटेंगे तभी अमन-चैन रहेगा, देश तरक्की करेगा और महान बनेगा।
तेजस्वी ने कहा कि तोड़ना, नफरत फैलाना, कटना, बंटना ये सब मवालियों की भाषा है। देश टूटेगा तो सबको नुकसान होगा। बिहार में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए उन्होंने कहा कि जंगलराज की परिभाषा होनी चाहिए। जंगलराज का आकलन आंकड़ों से होता है। आंकड़े यह कह रहे हैं कि मौजूदा सरकार में सबसे ज्यादा बलात्कार, अपहरण, हत्या, बैंक लूट के अपराध हो रहे हैं। पुलिस की जांच सही नहीं हो पाती है, अपराधी नहीं पकड़े जाते हैं। पुलिस अगर अपराधियों को अदालत तक लेकर भी चली जाती है तो उन्हें सजा नहीं दिला पाती है। यह सरकार की विफलता है। बिहार में कानून व्यवस्था का दिवाला निकल गया है।
तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से ज्यादा खतरनाक बताया। उन्होंने कहा कि सीएम का स्वास्थ्य जिस तरह का है वो आरएसएसएस और बीजेपी से ज्यादा खतरनाक हैं। जो लोग मस्जिद पर झंडा फहरवा रहे हैं, मुसलमानों को गाली दे रहे हैं, नीतीश उन्हें ही सिक्योरिटी दे रहे हैं। अररिया के बीजेपी सांसद ने मुस्लिमों के खिलाफ जो भाषा कही, चंद घंटों में उन्हें सुरक्षा दे दी गई।