जेलेंस्की के मास्टर प्लान से उड़ी पुतिन की नींद, संकट में पड़ गया रूस का किला; यूक्रेन से बुलाने पड़े हजारों सैनिक

रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष में एक नई और चौंकाने वाली स्थिति उत्पन्न हो गई है। हाल ही में यूक्रेन ने रूस पर एक आक्रामक हमला किया है, जिसने न केवल पुतिन के लिए चिंता बढ़ा दी है, बल्कि पश्चिमी देशों को भी आश्चर्यचकित कर दिया है। इस हमले के बाद रूस ने अपनी सुरक्षा व्यवस्था को मजबूती प्रदान करने के लिए और कूर्स्क क्षेत्र को सुरक्षित करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।

अमेरिकी सूत्रों के अनुसार, यूक्रेनी बलों ने कूर्स्क पर जोरदार हमला किया जिससे रूस को अपने हजारों सैनिकों को यूक्रेन के मोर्चे से वापस बुलाने पर मजबूर होना पड़ा। ये सैनिक अब रूस के मुख्य पूर्वी मोर्चे पर तैनात किए गए हैं। कूर्स्क पर यूक्रेनी हमले ने रूस की सुरक्षा व्यवस्था को गहरा झटका दिया है। इस हमले के बाद रूस ने इस क्षेत्र में कम से कम 1,000 सैनिकों की टुकड़ियां तैनात की हैं।

हाल के हमले के बाद, यूक्रेन ने कूर्स्क में लगभग 386 वर्ग मील क्षेत्र पर अस्थायी कब्जा जमा लिया है। यूक्रेनी सैनिकों ने रूस की प्रमुख सैन्य स्थलों जैसे खार्किव, पोक्रोव्स्क, और तोरेत्स्क से रूस की सेनाओं को बेदखल कर दिया है। इस स्थिति ने रूस की सुरक्षा चिंताओं को और भी बढ़ा दिया है।

व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा, “हमने कुछ रूसी यूनिट्स को यूक्रेन के आसपास से कूर्स्क क्षेत्र में पुनर्नियुक्त करते हुए देखा है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि कितने सैनिक तैनात किए गए हैं।” रूस ने कूर्स्क की रक्षा के लिए बड़े पैमाने पर सैन्य कॉन्स्क्रिप्ट्स को भेजा है।

हालांकि, कुछ हजार सैनिकों की कमी से यूक्रेन के मोर्चे पर बड़ा प्रभाव पड़ने की संभावना नहीं है, क्योंकि रूस के पास वहां लाखों सैनिक हैं। इस बीच यूक्रेनी लॉजिस्टिक हब पोक्रोव्स्क पर भी विशेष दबाव आ गया है। स्थानीय सैन्य प्रशासन ने निवासियों से खाली होने की अपील की है, जिससे स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई है।

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