यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने चीन की तीन हथियार निर्माता कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। उनकी तरफ से दावा किया गया है यह कंपनियां उन्नत इस्कैंडर मिसाइल के उत्पादन में शामिल हैं, जिन्हें रूस द्वारा यूक्रेनी शहरों पर हमला करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। इससे पहले भी जेलेंस्की ने चीन पर आरोप लगाया था कि वह रूस की मदद करते हुए उसे हथियारों की सप्लाई कर रहा है। अमेरिका के साथ पहले से ही टैरिफ वॉर में उलझे चीन वैश्विक छवि के लिए यह बात घातक हो सकती है।
जेलेंस्की प्रशासन ने शुक्रवार को प्रतिबंधित की गई कंपनियों और संस्थाओं की एक लिस्ट जारी की। इसमें कई रूसी कंपनियों को अलावा बीजिंग एविएशन एंड एयरोस्पेस, जियांगहुई टेक्नोलॉजी लिमिटेड,रूई जिन मशीनरी लिमिटेड और झोंगफू शेनयिंग कार्बन फाइबर जिनिंग नामक चीनी कंपनियां भी शामिल थी।
चीनी विदेश मंत्रालय ने यूक्रेनी राष्ट्रपति द्वारा लगाए गए आरोपों को निराधार और वेबुनियाद बताते हुए खारिज कर दिया। चीन शुरुआत से ही इस युद्ध में अपने आप को तटस्थ दिखाने की है। उसने युद्ध की शुरुआत से ही दोनों पक्षों को शांति बरतने की सलाह दी है। हालांकि समय-समय पर यूक्रेन द्वारा चीनी कंपनियों पर रूस की मदद करने का आरोप लगता रहा है।
इस मुद्दे पर राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि जिन चीनी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाया गया है वह रूसी इस्कैंडर मिसाइल के उत्पादन से संबंधित थी। शुक्रवार को इसी मिसाइल के हमले में उत्तरी यूक्रेन के शहर खार्किव में 1 व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि करीब 100 लोग घायल हो गए थे।
जेलेंस्की ने कहा कि इन कंपनियों से अब यूक्रेन में व्यापार नहीं किया जाएगा। इसके अलावा यूक्रेन में अगर इनकी कोई संपत्ति है तो उसे भी जब्त कर लिया जाएगा। मीडिया से बात करते हुए जेलेंस्की ने कहा कि हमारे पास इस बात के सबूत हैं कि चीनी कंपनियां रूस को तोपखाना और बारूद जैसी चीजें सप्लाई कर रही हैं और कुछ चीनी कंपनियां रूस की धरती पर हथियार भी बना रही हैं। हालांकि जेलेंस्की ने अपनी बात के पक्ष में कोई सबूत पेश नहीं किया।
एक हफ्ते पहले ही जेलेंस्की ने दावा किया था कि चीनी नागरिक भी रूस की तरफ से यूक्रेन के खिलाफ युद्ध लड़ रहे हैं। इनमें से दो को बंदी बनाकर मीडिया के सामने पेश किया था और इस मामले पर स्पष्टीकरण देने के लिए चीनी राजदूत को बुलाया गया था। बाद में दोनों पक्षों की तरफ से कहा कि इन चीनी नागरिकों ने पैसों के लिए अपनी सहमति से रूस की सेना की तरफ से लड़ाई करना चुना था।
यूक्रेन सरकार के अनुसार, यूक्रेन ने 2021 में चीन को 8 बिलियन डॉलर का सामान निर्यात किया, जिसमें ज़्यादातर कच्चा माल और कृषि उत्पाद शामिल हैं, जबकि उसने चीन से लगभग 11 बिलियन डॉलर का आयात किया, जिसमें ज़्यादातर रेडीमेड सामान शामिल हैं।