वेव्स प्लेटफॉर्म भारत के लिए बनेगा क्रिएटिव हब: अल्लू अर्जुन

मुंबई, दक्षिण भारतीय फिल्मों के मेगास्टार अल्लू अर्जुन ने कहा कि वेव्स भारत के लिए क्रिएटिव कॉन्टेंट में दुनिया का नेतृत्व करने के लिए एक लॉन्चिंग पैड बनेगा।

आइकॉन स्टार अल्लू अर्जुन गुरूवार को मुंबई के जियो वर्ल्ड सेंटर में आयोजित हो रहे वर्ल्ड ऑडियो विजुअल एंटरटेनमेंट समिट (वेव्स) 2025 में शामिल हुए। उन्होंने टीवी9 के सीईओ और एमडी बरुण दास द्वारा संचालित ‘सीमाओं से परे प्रतिभा’ (टैलेंट बियॉन्ड बॉर्डर्स) के विषय पर बात की। यह बहुप्रतीक्षित ‘इन कन्वर्सेशन’ सत्र स्टारडम, सर्वाइवल और सोल पर बातचीत का एक मूल्यवान मास्टरक्लास रहा।

अल्लू अर्जुन ने वेव्स समिट की सराहना करते हुए कहा कि यह स्टोरी टेलिंग के क्षेत्र में भारत की बढ़ती वैश्विक पहचान का प्रतीक है। उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, “ भारत हमेशा से जीवंत रहा है। अब हमारे पास एक मंच है। मेरा मानना है कि वेव्स भारत के लिए क्रिएटिव कॉन्टेंट में दुनिया का नेतृत्व करने के लिए एक लॉन्चिंग पैड बनेगा। ”

अल्लू अर्जुन ने एक जीवन-बदलने वाली दुर्घटना के बारे में बताया, जिसके कारण उन्हें छह महीने तक फिल्मों से दूर रहना पड़ा था। उन्होंने कहा, “ वह विराम जीवन में एक आशीर्वाद की तरह आया। इसने मुझे स्टंट से हटकर विषय के सार की ओर अपना ध्यान केन्द्रित करने के लिए प्रेरित किया। मुझे एहसास हुआ कि जैसे-जैसे आपका शरीर कमजोर पड़ता है, वैसे-वैसे आपकी निपुणता भी बढ़ती जाएगी। और फिर अभिनय मेरा नया क्षेत्र बन गया। ”

अल्लू अर्जुन ने निर्देशक एटली के साथ अपनी आगामी परियोजना की पुष्टि करते हुए इसे “ भारतीय भावनाओं पर आधारित एक विजुअल स्पेक्टेकल” बताया। उन्होंने उत्साहपूर्ण अभिव्यक्ति से कहा, “ हम अंतरराष्ट्रीय प्रौद्योगिकी को देसी सोल के साथ मिला रहे हैं। भारत के लिए और भारत से दुनिया के लिए एक फिल्म। ”

अल्लू अर्जुन ने कहा, “ हर भाषा में अब असाधारण प्रतिभावान युवा अभिनेता उभर रहे हैं। उन्होंने सलाह दी, “ आपको प्रामाणिक बने रहना चाहिए, प्रेरित रहना चाहिए और बहुमुखी प्रतिभावान होना चाहिए। यह सिर्फ एक इंटस्ट्री नहीं है, यह रचनात्मकता, मजबूत क्षमता और लगातार विकास का एक रण क्षेत्र है। ”

अल्लू अर्जुन ने अपने परिवार के प्रतिष्ठित और सम्मानित सदस्यों, अपने दादा अल्लू रामलिंगैया, अपने पिता और जाने- माने निर्माता अल्लू अरविंद तथा अपने चाचा चिरंजीवी जो आजीवन उनके प्रेरणास्रोत रहे हैं, के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त की। उन्होंने स्वीकार किया की, मैं कोई सेल्फ मेड मैन नहीं हूं। मैं अपने निकट जनों के मार्गदर्शन, समर्थन और उनकी महानता के साथ आगे बढ़ा हूँ। मैं सौभाग्यशाली हूं। ”

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