श्रीलंका के कोच जयसूर्या ने कहा टीम में सुधार की गुंजाइश, विश्वास अभी भी बरकरार

श्रीलंका के मुख्य कोच सनथ जयसूर्या ने भारत के खिलाफ सुपर फोर मुकाबला हारने पर निराशा व्यक्त की। दुबई में शुक्रवार को खेला गया यह मैच पिछले साल पल्लेकेले में हुई गलती की याद दिला गया। शतकवीर पाथुम निसांका के शानदार प्रदर्शन के बावजूद टीम सुपर ओवर में हार गई।

हमारी बल्लेबाजी लाइन मजबूत- सनथ जयसूर्या

निसांका की शानदार शतकीय पारी के बावजूद श्रीलंका सुपर ओवर में हार गया। जयसूर्या ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “वे मैच को सामान्य समय में खत्म करना चाहते थे, सुपर ओवर तक ले जाना किसी कप्तान या कोच की पहली पसंद नहीं होती। आखिरी रन पूरा न कर पाने की वजह से मैच बराबरी पर छूटा और सुपर ओवर खेलना पड़ा। भारत के खिलाफ कोई मानसिक बाधा नहीं है। हमारी बल्लेबाजी लाइन-अप मजबूत है, और हमने खुद में आत्मविश्वास भरा है। 200 (203) जैसे लक्ष्य का पीछा करना कभी आसान नहीं होता, पर हम लगभग सफल हो ही गए, जो हमारी क्षमता को दर्शाता है।”

आखिरी ओवर में श्रीलंका को 12 रन चाहिए थे और निसांका 107 पर खेल रहे थे। लेकिन पहली ही गेंद पर उनका विकेट गिर गया। अंतिम गेंद पर दासुन शनाका ने दूसरा रन पूरा किया, लेकिन तीसरा रन लेने की कोशिश न कर सके और स्कोर बराबर हो गया। सुपर ओवर में टीम फिर लड़खड़ा गई।

निसांका ने 58 गेंदों पर 107 रन बनाए और कुसल परेरा (32 गेंदों पर 58) के साथ 127 रनों की साझेदारी की। जयसूर्या ने बताया कि निसांका पूरे दम से खेले। उन्होंने परेरा की भी तारीफ की कि वे टीम के सबसे अच्छे स्पिन खेलने वाले बल्लेबाज हैं और उन्होंने यह जिम्मेदारी निभाई।

श्रीलंका सुपर फोर में एक भी मैच नहीं जीत पाया। पहले बांग्लादेश और फिर पाकिस्तान से भी हार मिली। कोच ने कहा कि टीम परिस्थितियों के अनुसार जल्दी ढल नहीं सकी। उन्होंने माना कि बांग्लादेश के खिलाफ 168 का स्कोर बचाया जा सकता था लेकिन गेंदबाजी कमजोर रही। पाकिस्तान के खिलाफ भी पिच का सही आकलन देर से किया।

इसके बावजूद जयसूर्या ने टीम पर भरोसा जताया। उन्होंने कहा कि भारत ने बहुत अच्छा खेला और 200 से ज्यादा रन बनाए, लेकिन श्रीलंका भी उस लक्ष्य के करीब पहुंचा। अगर टीम सही योजना के साथ परिस्थितियों के अनुसार खेले तो आगे बहुत अच्छा कर सकती है।

उन्होंने कहा, “मैं काफी संतुष्ट हूं, हालांकि फाइनल में न पहुंच पाने की निराशा भी है। हमारे पास बल्लेबाजी और गेंदबाजी का अच्छा स्तर है। जरूरी बात यह है कि हम परिस्थितियों और विरोधियों के अनुसार अपनी योजनाओं को लागू करें। अगर हम लगातार ऐसा करते रहे, तो यह टीम बहुत आगे तक जा सकती है।”

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