अरब सागर में 1976 के बाद चक्रवाती तूफान का खतरा मंडराया है. इस चक्रवाती तूफान यानी साइक्लोन का नाम असना है. गुजरात में मूसलाधार बारिश और बाढ़ का कारण बनने के बाद गहरे दवाब का क्षेत्र कच्छ के इलाके में चक्रवात असना के रूप में तब्दील हो चुका है. जिसके असर से आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में लगातार बारिश से कई शहरों में हालात बिगड़ गए हैं. लोगों को भारी बारिश से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
सड़कों पर पानी भरा हुआ है. यातायात बुरी तरह प्रभावित है. वहीं, तेलंगाना में भारी बारिश की वजह से आज (सोमवार), 2 अगस्त को भी सभी शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि 1998 के बाद ऐसी बाढ़ आई है. 17 हजार लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है. सबसे ज्यादा हालत विजयवाड़ा में खराब हैं. जहां कुछ इलाकों में 10 फीट तक पानी भरा है. शहर में 2.76 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में बाढ़ बचाव के लिए एनडीआरएफ की 26 टीमें तैनात की गई हैं. अधिकारियों ने आज (सोमवार) जानकारी दी कि तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में बाढ़ राहत और बचाव कार्यों के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की 26 टीमों को तैनात किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि दोनों पड़ोसी राज्यों में पहले से ही 12 टीमें तैनात हैं, 14 और भेजी जा रही हैं. अधिकारियों ने कहा कि 14 टीमों में से आठ को देश भर के विभिन्न स्थानों से हवाई मार्ग से लाया जा रहा है.
विजयवाड़ा में भारी बारिश के कारण बुदामेरु वागु नदी उफान पर है. जिससे शहर के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है. लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
गुजरात में मूसलाधार बारिश और बाढ़ का कारण बनने के बाद गहरे दवाब का क्षेत्र कच्छ के इलाके में चक्रवात असना के रूप में तब्दील हो चुका है.
मूसलाधार बारिश से आंध्र और तेलंगाना के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं. दोनों ही राज्यों में बाढ़-बारिश से अब तक करीब 10 लोगों की मौत हो चुकी है.सबसे ज्यादा हालत विजयवाड़ा में खराब हैं. यहां कुछ इलाकों में 10 फीट तक पानी भरा है.
आंध्र प्रदेश में केमुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा किया. अपने दौरे में उन्होंने अधिकारियों से बात की और बाढ़ से निपटने के लिए हर संभव मदद पहुंचाने का निर्देश भी दिया.
तेलंगाना में भारी बारिश की वजह से आज भी सभी शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे.
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के कई जिलों में बाढ़ से 19 लोगों की मौत हो चुकी है. दोनों राज्यों की कई नदियां उफान पर हैं. NDRF की 26 टीमें तैनात की गई हैं.
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में लगातार बारिश से कई शहरों में हालात बिगड़ गए हैं. लोगों को भारी बारिश से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सड़कों पर पानी भरा हुआ है. यातायात बुरी तरह प्रभावित है.