क्या है दुनिया का रहस्यमयी कोना ‘बरमूडा ट्राएंगल’, जहां डूब जाते हैं जहाज और क्रैश होते हैं प्लेन

कई बार कुछ घटनाएं या वारदातें ऐसी हो जाती हैं, जिन्हें लेकर लोगों के मन में भय व्याप्त हो जाता है। इसी डर के चलते कुछ टोटके जन्म लेते हैं और अकसर कई किवदंतियां बन जाती हैं। ऐसी ही किवदंतियां बरमूडा ट्राएंगल को लेकर भी हैं। कहा जाता है कि यहां अकसर बड़े-बड़े समुद्री जहाज डूब जाते हैं और कई बार प्लेन भी क्रैश हो जाते हैं। फिर उनका पता भी नहीं चल पाता। इसे लेकर सालों से खोज होती रही है कि आखिर यहां ऐसा क्यों होता है। बरमूडा ट्राएंगल उत्तर अटलांटिक महासागर का एक क्षेत्र है।

इसका कोई स्पष्ट सीमांकन नहीं है, लेकिन मोटे तौर पर माना जाता है कि इसका क्षेत्र अमेरिका के दक्षिण पूर्वी तट से शुरू होता है और क्यूबा, बरमूडा, हिस्पैनिओला, जमैका और पुएर्टो रिको तक जाता है। ब्रिटानिका की एक रिपोर्ट के अनुसार इसका क्षेत्रफल 13 लाख किलोमीटर से लेकर 39 लाख किलोमीटर तक है। इसका नाम बरमूडा ट्राएंगल पड़ने के पीछे एक वजह यह है कि यह त्रिकोणीय आकार लिए हुए हैं। इसका वर्णन दुनिया के किसी भी राजनैतिक या भौगोलिक नक्शे में नहीं है, लेकिन कहानियों में इसका जिक्र खूब होता है।

बरमूडा ट्राएंगल के बारे में 19वीं सदी के मध्य से ही चर्चा होती रही है लेकिन पहली बार इसका नामकरण 1964 में हुआ था। उसी दौरान इस नाम से जिक्र एक मैगजीन में भी हुआ था। कहा जाता है कि यहां सैकड़ों जहाज लापता हो चुके हैं। कई जहाजों का तो मलबा तक बरामद नहीं हो सका और कयास ही लगते रहे हैं कि आखिर उनके साथ क्या हादसा हुआ होगा। इस बात पर भी जानकार शोध करते रहे हैं कि यहां डूबने वाले जहाजों के साथ कोई हादसा हुआ था या फिर कोई रहस्यमयी बात है, जिसके चलते ऐसी घटनाएं होती हैं।

इस इलाके में दो घटनाएं अमेरिकी सेना के विमान से भी जुड़ी रही हैं। मार्च 1918 में यहां अमेरिका का एक जहाज डूब गया था। यह जहाज ब्राजील से आ रहा था। इसका ना तो मलबा बरामद हुआ और ना ही इसके बारे में आज तक कोई जानकारी ही मिल सकी। यही नहीं 27 साल बाद यहां फ्लाइट 19 विमान लापता हो गया था, जो आसमान में उड़ रहा था। इसी क्षेत्र से गुजरते हुए उसका संपर्क टूटा था और फिर कोई जानकारी आज तक नहीं मिल सकी है।

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