मिडिल ईस्ट में इस्लामिक देशों और इजरायल के बीच तनातनी बढ़ती जा रही है। ईरान समेत कई देशों ने इजरायल को बदले की चेतवानी दी है। इस बीच अब सऊदी अरब भी इस जंग में कूद गया है। सऊदी अरब ने हमास प्रमुख इस्माइल हानियेह की हत्या को ईरान की संप्रभुता का उल्लंघन बताया है। सऊदी अरब के उप विदेश मंत्री वलीद अल-खेरीजी ने कहा कि सऊदी अरब किसी भी देश की संप्रभुता के उल्लंघन या आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप को स्वीकार नहीं करता है। उन्होंने बुधवार को सऊदी अरब में इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के सदस्यों की एक बैठक के दौरान यह बयान दिया।
OIC ने तेहरान में इस्माइल हानियेह की हत्या के लिए इज़राइल को दोषी ठहराया है। हालांकि इज़राइली सरकार ने अब तक इस पर कोई बयान नहीं दिया है। वहीं ईरान ने जवाबी कार्रवाई करने की कसम खाई है। गुरुवार को बैठक के बाद एक बयान में OIC ने कहा है कि वह इस हमले के लिए इजरायल को पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराता है। समूह ने भी इसे ईरान की संप्रभुता का उल्लंघन बताया है।
वहीं गाम्बिया के विदेश मंत्री मामादौ तंगारा ने कहा कि हानियेह की क्रूर हत्या और गाजा में चल रहे युद्ध से क्षेत्र में संघर्ष हो सकता है। तंगारा ने कहा, “एक राजनीतिक नेता की हत्या करके ईरान की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन किया गया है।” उन्होंने कहा, “यह हमला मौजूदा तनाव को और बढ़ाता है और इससे जंग भी भड़क सकता है।”
ईरान और फिलिस्तीन ने सऊदी अरब के जेद्दा में ओआईसी की बैठक बुलाने की पैरवी की थी। ईरान ने जवाबी कार्रवाई करने की कसम खाई है और इजरायल को कड़ी सजा देने की धमकी दी है। वहीं अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों ने तनाव कम करने का आह्वान किया है। हानियेह की जगह याह्या सिनवार को हमास प्रमुख की जिम्मेदारी सौंपी गई है।