इटावा में राजस्थान की किशोरी की हत्या करके शव यमुना में फेंके जाने में मृतका के मौसा, मौसी और नाना को गिरफ्तार कर लिया गया। किशोरी की नानी और मौसा के भाई की तलाश जारी है। पुलिस का दावा है कि फोन पर युवक से बात बंद न करने पर आरोपितों ने किशोरी की मारपीट कर हत्या कर दी और सबूत मिटाने के लिए शव नदी में फेंक दिया।
एसएसपी संजय वर्मा ने बताया कि राजस्थान में धोलपुर से राजाखेड़ा क्षेत्र में गांव काटर पुर में रहने वाली सावित्री पत्नी रामभजन ने 21 अक्टूबर को पुलिस को सूचना दी कि दो माह पहले बलरई क्षेत्र में गांव जाखन में रहने वाले रिश्ते में बहनोई सत्यभान 14 साल की बेटी को पिता आगरा में डोकी थाना क्षेत्र में गांव कांस के पूरन सिंह के घर से ले आए थे। आरोप लगाया कि इन सभी ने बेटी की हत्या करके शव यमुना में फेंक दिया।
बलरई थाना प्रभारी अमित मिश्र ने इस सूचना पर एसडीआरएफ टीम लगाकर नदी से किशोरी का शव निकलवाकर पोस्टमार्टम कराया तो सामने आया कि शरीर पर चोटों के आने से मौत हुई। इस पर तहरीर के आधार पर किशोरी के मौसा सत्यभान, मौसी, मौसा के भाई सिंटू तथा नाना पूरन सिंह व नानी के खिलाफ हत्या करके सबूत मिटाने के लिए शव नदी में फेंके जाने का केस दर्ज किया गया।
सटीक सूचना पर जसवंतनगर नहर पुल पर किशोरी की हत्या के आरोपित मौसा मौसी और नाना को पकड़ लिया, इन तीनों ने अपराध स्वीकार करते हुए बताया कि किशोरी एक युवक से फोन पर काफी देर तक बात करती रहती थी। उन लोगों ने उसे लगातार रोका लेकिन वह नहीं मानी। उसे यहां भेजा गया तो भी वह नहीं मानी तो मारपीट कर दी जिसमें उसकी मौत हो गई। भयभीत होकर शव नदी में फेंक दिया था। इनकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त लाठी, मोगरी घर से बरामद कर ली गई। किशोरी के मौसा के भाई और नानी की तलाश जारी है।