रायपुर, नक्सलवाद के खात्मा के लिए छत्तीसगढ़ में जारी अभियान के बीच शुक्रवार यानी 17 अक्टूबर का बेहद अहम कहा जा सकता है। बस्तर में कल 208 नक्सलियों ने एकसाथ आत्मसमर्पण किया जो अपनेआप में एक रिकॉर्ड है। इस उपलब्धि पर अब विपक्ष में बैठी कांग्रेस भी बधाई दे रही है। प्रदेश के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने भाजपा सरकार और सुरक्षाबलों को बधाई दी है।
नक्सलियों के आत्मसमर्पण पर खुशी जताते हुए कांग्रेस विधायक ने कहा कि वह खुश हैं कि राज्य सरकार ने नक्सलवाद से निपटने के लिए कांग्रेस की विश्वास-विकास-सुरक्षा नीति को आगे बढ़ाया है। भूपेश बघेल ने कहा,”मुझे खुशी है कि राज्य सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्री जी के साथ मिलकर हमारी ‘विश्वास-विकास-सुरक्षा’की पुरानी नीति को अपनाया है और इस पर आगे बढ़ रही है।” उन्होंने आगे कहा,”आज बस्तर में इतनी बड़ी संख्या में नक्सलियों का आत्मसमर्पण हम सभी को यह संतुष्टि देता है कि यह राष्ट्रीय लड़ाई जल्द ही अपने अंजाम की ओर बढ़ेगी। हम सब मिलकर जीतेंगे। मैं सरकार और सुरक्षा बलों को बधाई देता हूं।”
हालांकि,भूपेश बघेल ने राज्य की पिछली भाजपा सरकार पर आलोचनात्मक टिप्पणी की। उन्होंने कहा,”राज्य में जो भाजपा सरकार (2018 में कांग्रेस सरकार आने से पहले) डेढ़ दशक तक सत्ता में थी,वह माओवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ने को तैयार ही नहीं थी। यह बात स्वयं सुरक्षा सलाहकार केपीएस गिल साहब ने कही थी।”
उन्होंने आगे कहा,”हमारी सरकार 2018 में सत्ता में आई तो पहली बार नक्सलवाद को खत्म करने की नीति बनाई गई,बड़ी संख्या में कैंप खोले गए, सड़कें बनीं,स्कूलों में घंटियां बजीं (स्कूल फिर से खुले) और हमने नक्सलियों की मांद में घुसकर उन्हें चुनौती दी। इस लड़ाई में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सहयोग दिया और हमने इसे एक साझा राष्ट्रीय चुनौती के रूप में लिया।”