बिहार पुलिस ने दी खुशखबरी, महिलाओं को मिला सुरक्षित सफर सुविधा का बड़ा तोहफा, जानें डिटेल

पटना. लॉ एंड ऑर्डर नियंत्रण से लेकर पीड़ितों को तेज गति से राहत पहुँचाने वाली बिहार पुलिस की डायल 112 इकाई अब महिलाओं को सुरक्षित सफर की सुविधा देने जा रही है. इसकी शुरुआत 15 सितम्बर से होगी. इसकी जानकारी ADG वायरलेस निर्मल कुमार आजाद ने आज दी है. इन्होंने बताया कि बिहार देश का तीसरा राज्य होगा जो इस प्रकार की सुविधा उपलब्ध करायेगा. यह सुविधा चौबीसों घंटे उपलब्ध होगी वो भी निःशुल्क. इनके मुताबिक फेस्टिव सीजन के शुरू होने से पहले ही बिहार पुलिस राज्य के महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक नई पहल की शुरुआत करने जा रही है.

अब प्रदेश की महिलाएं अपने घर से बाहर कहीं भी कभी भी बिहार पुलिस की मदद से सुरक्षित यात्रा कर सकती हैं. बस इसके लिए महिलाओं को 112 पर कॉल करना होगा. इसकी शुरुआत फिलहाल बिहार के पटना, गया, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, बेगूसराय एवं नालन्दा में शुरू की जा रही है. मगर 15 सितम्बर 2024 से इस सेवा को पूरे राज्य में लागू किया जाएगा ताकि महिलायें किसी भी वक्त सुरक्षित अपने घर पहुँच सके. ‘सुरक्षित सफर सुविधा’ की शुरुआत 5 सितंबर 2024 से पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर राज्य के 6 जिले पटना, गया, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, बेगूसराय एवं नालन्दा में शुरू की जा रही है. 15 सितम्बर 2024 से इस सेवा को पूरे राज्य में लागू किया जाएगा.
बिहार पुलिस सप्ताह वर्ष 2024 में, बिहार पुलिस के प्रत्येक पदाधिकारी / कर्मियों के द्वारा पाँच प्रण लिये गये थे, जिसके अन्तर्गत महिला अपराध के विरूद्ध जीरो टॉलरेंस, महिला सुरक्षा एवं पुलिस महानिदेशक, बिहार द्वारा ‘निडर नारी’ का कॉनसेप्ट दिया गया था. इसके तहत् राज्य भर में महिलाओं के साथ अगर कोई भी व्यक्ति किसी तरह के दुर्व्यवहार या अपराध को कारित करने का प्रयास करता है तो ऐसी स्थिति में तत्क्षण त्वरित कार्रवाई पुलिस द्वारा सुनिश्चित की जायेगी. सुरक्षित सफर सुविधा ‘निडर नारी” के कॉनसेप्ट को पूर्ण रूप से लागू करने में अपनी अहम् भूमिका निभायेगा.
बिहार में अब तक डायल 112 के माध्यम से आपातकालीन पुलिस सहायता, फायर ब्रिगेड व एम्बुलेंस जैसी सेवाएं मिलती आ रही हैं. अब तकनीकी एजेन्सी के सहयोग से डायल 112 का विस्तार किया जा रहा है. डायल 112 सेवा में राज्य की महिलाओं के लिए ‘सुरक्षित सफर सुविधा’ को जोड़ा गया है, जो पूरी तरह से निःशुल्क है. इस पूरे प्रोजेक्ट में C-DAC तकनीकी सहायता प्रदान करेगी. बिहार पुलिस, महिलाओं की पूरी यात्रा के दौरान कॉन्टैक्ट में रहेगी और नियमित अंतराल पर सुरक्षा का जायजा लेगी.

यदि अपनी यात्रा के दौरान महिलाएं 112 पर कॉल कर इस सुविधा हेतु अनुरोध करती हैं, तब डायल 112 की टीम के द्वारा उनकी यात्रा को डिजिटली मॉनिटर किया जाएगा. गंतव्य स्थान पर पहुँचने तक नियमित अंतराल पर डायल 112 की टीम कॉल कर उक्त महिला की सुरक्षा का जायजा लेती रहेगी. अगर महिलाएं अपनी यात्रा के दौरान किसी तरह की चिन्ता व्यक्त करती हैं या फिर डायल 112 टीम द्वारा की जा रही कॉल का तत्क्षण उत्तर नहीं दे पाती हैं, तो डायल 112 की ERV (इमरजेंसी रिस्पॉन्स व्हीकल) गाड़ी / थानों की गाड़ी की सहायता से उन तक तत्काल मदद पहुँचाई जाएगी.


अपने गंतव्य स्थान पर सुरक्षित पहुँचने के पश्चात् उनसे फीडबैक भी लिया जायेगा ताकि उनके फीडबैक के आधार पर इस सुविधा को और बेहतर किया जा सके. उल्लेखनीय है कि दुर्गा पूजा, दीपावली, छठ के अवसर पर महिलाओं का आवागमन बढ़ जाता है. पर्व-त्योहारों की खरीदारी को लेकर महिलाएं देर रात्रि तक यात्रा करती हैं. ऐसे में आगामी त्योहारों को देखते हुए बिहार पुलिस उससे पहले ही महिलाओं को ‘सुरक्षित सफर सुविधा’ उपलब्ध करा रही खते ताकि वह अपने घर के बाहर भी सुरक्षित महसूस करने के साथ-साथ हर्षोल्लास के साथ त्योहार मना सकें.

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