ताइक्वांडो खिलाड़ी की हत्या में मुख्य आरोपी का भाई समेत लखनऊ में सरेंडर, दारोगा समेत तीन निलंबित

जौनपुर में नेशनल ताइक्वांडो खिलाड़ी अनुराग यादव ऊर्फ छोटू की तलवार से गला काटकर हत्या करने के मुख्य आरोपी ने अपने एक भाई के साथ लखनऊ के अलीगंज थाने में सरेंडर कर दिया है। उसे जौनपुर लाने के लिए पुलिस टीम रवाना हो गई है। वहीं, मामले में लापरवाही बरतने पर पुलिस अधीक्षक डा. अजय पाल शर्मा ने दारोगा समेत तीन पुलिस वालों को निलंबित कर दिया है। कबीरुद्दीनपुर गांव में जमीन विवाद में बुधवार को 17 वर्षीय ताइक्वांडो खिलाड़ी अनुराग यादव छोटू की तलवार से गला काटकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस मामले में लालता यादव और उसके पुत्र मुख्य आरोपी रमेश यादव समेत छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

लालता को पुलिस ने पहले ही हिरासत में ले लिया है। अन्य सभी आरोपी फरार हैं। गुरुवार को दूसरे दिन पुलिस अन्य किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। थाना प्रभारी राजाराम द्विवेदी ने बताया कि गिरफ्तारी के लिये पुलिस टीम लगी हुई है। इस मामले में कुल छह आरोपियों में एक यूपी पुलिस में उपनिरीक्षक के पद पर तैनात राजेश यादव का नाम भी है। उसकी तैनाती इस समय मेरठ में है। उसकी भूमिका की जांच भी पुलिस कर रही है। गुरुवार को पुलिस अधीक्षक डा. अजय पाल शर्मा ने बताया कि घटना का मुख्य आरोपी रमेश यादव और उसका भाई सुजीत यादव लखनऊ के अलीगंज थाने में आत्मसर्पण कर दिया। यहां से पुलिस दोनों को लाने के लिए लखनऊ रवाना हो गई है।

वहीं मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में एक उपनिरीक्षक सहित तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। इस मामले में कल ही लेखपाल जगदीश यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था। वहीं तत्कालीन कानूनगो मुन्नीलाल पर कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखा गया है।

दूसरी ओर पुलिस अधीक्षक डॉ. अजय पाल शर्मा ने भी गौराबादशाहपुर थाने में तैनात एसआई हरश्चिंद्र प्रसाद, आरक्षी लक्ष्मण प्रसाद और अंकित कुमार को निलंबित कर दिया है। एसपी ने बताया कि मामले की जांच एसपी सिटी अरविंद कुमार वर्मा सौंपी गई है, रिपोर्ट आने के बाद अन्य विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी।

गौराबादशाहपुर। कबीरुद्दीनपुर गांव में बुधवार को अनुराग यादव छोटू की हुई हत्या के बाद देर शाम पोस्टमार्टम हुआ। देर शाम उसके पिता रामजीत यादव कोलकाता से सीधे पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गये। बेटे के शव से लिपट कर रो पड़े। पिता के आने के बाद देर रात अंतिम संस्कार रामघाट पर किया गया। परिवार वाले पोस्टमार्टम के बाद शव को घर ले जाना चाह रहे थे। लेकिन प्रशासन ने इजाजत नहीं दी। अंतिम संस्कार के समय डीएम डा. दिनेशचंद्र भी मौजूद रहे। साथ ही फोर्स भी लगी रही। पोस्टमार्टम से लेकर अंतिम संस्कार तक सपा के जिलाध्यक्ष राकेश मौर्या भी डटे रहे।

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