छत्तीसगढ़ पुलिस ने 15 करोड़ के नशे के सामान को सिलतरा के निजी पॉवर प्लांट में 1200 डिग्री टेंपरेचर पर जलाकर राख कर दिया । इसमें करीब 15000 किलो गांजा, 62 हजार टैबलेट्स, इंजेक्शन, 48 किलो अफीम और 400 ग्राम चरस शामिल है। इन्हें सिलतरा के निजी पॉवर प्लांट में 1200 डिग्री टेंपरेचर पर जलाया गया है। नशे का ये सामान 5 जिलों रायपुर, महासमुंद, बलौदाबाजार, गरियाबंद और धमतरी में NDPS एक्ट के तहत जब्त किया गया था। इन्हें नष्ट करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की मंजूरी से उच्च स्तरीय ड्रग्स डिस्पोजल कमेटी बनाई गई थी। नशे के सामानों को जलाने के लिए पुलिस ने पर्यावरण विभाग से अनुमति ली गई थी। जिससे कि आम लोगों की सेहत को कोई नुकसान न हो। इसके अलावा इन्हें सही तरीके से नष्ट किया जा सके। नष्ट होने वाले सामान में बलौदाबाजार के 24 मामलों में 1000 किलो गांजा, 960 नशीली टैबलेट्स थे। महासमुंद के कुल 121 मामलों में 10 हजार किलो गांजा, धमतरी के 36 प्रकरणों में 412 किलो गांजा और 2451 टैबलेट्स थे। इसके अलावा गरियाबंद के 31 मामलों में 1014 किलो गांजा, 253 नशीली टैबलेट्स शामिल थे।