बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा नीत एनडीए की बम्पर व एकतरफा जीत का जश्न शहर भाजपा ने भी जोरदार तरीके से मनाया। पार्टी कार्यालय के सामने जमकर पटाखे फोड़े गए। ढोल-ताशे की धुन पर महिला कार्यकर्ताओं ने फुगड़ी खेली और नृत्य कर खुशी जताई। ‘भारत माता की जय’ का जश्न गूंजता रहा।
मिठाई बांटी गई, गुलाल उड़ाया गया। परिणाम क्लीयर होते-होते भाजपा कार्यकर्ताओं का उत्साह जश्न में बदल गया। शहर अध्यक्ष दयाशंकर तिवारी ने कहा कि बिहार की जीत जातिवाद की हार व राष्ट्रवाद की जीत है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने जातिवाद को नकार कर विकास का रास्ता स्वीकार किया है।
इस अवसर पर विधायक प्रवीण दटके, कृष्णा खोपड़े, पूर्व विधायक मिलिंद माने, संगठन मंत्री उपेन्द्र कोठेकर, जितेंद्र कुकडे, जयप्रकाश गुप्ता, श्रीकांत आगलावे, रितेश गावंडे, संदीप जाधव, मनीषा धावडे, विष्णु चांगदे, बाल्या बोरकर सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।
तुष्टिकरण की राजनीति का सूपड़ा साफ : खोपड़े
बिहार में दो तिहाई बहुमत के साथ एनडीए को मिली जीत की खुशी में सतरंजीपुरा चौक पर जश्न मनाया गया। विधायक कृष्णा खोपड़े के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने जीत की खुशी में ढोल-ताशों के साथ जश्न किया। महिलाओं ने भी जमकर नृत्य किया, मिठाई बांटकर एक दूसरे को बधाई दी।
कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीतिभा
खोपड़े ने कहा कि बिहार की जनता ने एक बार फिर मोदी का साथ, नीतीश के विकास को वोट देकर न केवल साथ दिया बल्कि बिहार की राजनीति में एक नया रिकॉर्ड बनाने का काम बिहार की जनता ने किया है। कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति के चलते वह खुद तो डूब गई, साथ ही अपने सहयोगी दलों को भी डूबो दिया।
कांग्रेस नेताओं की अनर्गल बयानबाजी, नेतृत्व का अभाव, परिवारवाद और तुष्टिकरण की राजनीति ने पार्टी की लुटिया डूबा दी। यही हाल आने वाले समय में सभी राज्यों में होगा। मनपा चुनाव में भी कांग्रेस को कड़ा सबक सिखाने के लिए जनता तैयार है। इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष राजेश ठाकुर, राजू गोतमारे, प्रदीप पोहाणे, सचिन करारे सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।