शराब घोटाले के आरोप में तिहाड़ जेल में बंद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना को एक पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने कहा है कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर उनकी जगह कैबिनेट मंत्री आतिशी को झंडा फहराने दिया जाए। ‘आप’ ने कहा, ‘केजरीवाल ने जेल से (उपराज्यपाल वीके) सक्सेना को पत्र लिखकर कहा है कि 15 अगस्त को (स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में) उनकी जगह आतिशी तिरंगा फहराएंगी।’
दिल्ली सरकार हर साल छत्रसाल स्टेडियम में स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम आयोजित करती है और केजरीवाल वहां एकत्रित लोगों को संबोधित करते हैं। हालांकि इस साल सीएम जेल में बंद हैं इसलिए उन्होंने इसकी जिम्मेदारी अपनी मंत्री को सौंपी है। हालांकि इस लेटर को लेकर बीजेपी और कांग्रेस ने उनपर निशाना साधा है। बीजेपी ने जहां उन्हें इस्तीफा देने का सुझाव दिया है। वहीं कांग्रेस का कहना है कि वे झगड़ रहे हैं कि कौन झंडा फहराएगा।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, केजरीवाल के पत्र को लेकर दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आरोप लगाया कि आप नेता ‘कल भी अराजकतावादी थे और आज भी अराजकतावादी हैं।’ उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय ध्वज प्रोटोकॉल के अनुसार राज्यों में केवल मुख्यमंत्री को ही ध्वज फहराने की अनुमति है। उन्होंने बताया कि 1991 से 1993 तक और 2014 में जब दिल्ली में कोई मुख्यमंत्री नहीं था, तब एलजी ने ध्वज फहराया था।
सचदेवा ने कहा, ‘शायद संविधान निर्माताओं और राष्ट्रीय ध्वज प्रोटोकॉल ने कभी नहीं सोचा होगा कि एक दिन एक ऐसा जिद्दी मुख्यमंत्री होगा जो जेल जाने के बाद भी पद से इस्तीफा नहीं देगा… अगर अरविंद केजरीवाल चाहते हैं कि उनकी मंत्री आतिशी झंडा फहराएं, तो उन्हें उन पर भरोसा करना चाहिए और इस्तीफा दे देना चाहिए, ताकि वह मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले सकें।’
आप और बीजेपी दोनों की आलोचना करते हुए दिल्ली कांग्रेस प्रमुख देवेंद्र यादव ने कहा, ‘लोगों की परेशानियों को कम करने के लिए कुछ भी किए बिना, अब वे इस बात पर झगड़ रहे हैं कि स्वतंत्रता दिवस के दौरान राष्ट्रीय ध्वज कौन फहराएगा… जब आप सरकार और एमसीडी की चूक की वजह से दिल्ली में निर्दोष लोगों की मौत हुई और डीडीए द्वारा गरीबों के घर गिराए गए, तब केजरीवाल ने चुप्पी साधे रखी।’