रायपुर । उत्तर प्रदेश सरकार के प्रयासों से प्रयागराज महाकुंभ-2025 को भारतीय संस्कृति और एकता का वैश्विक प्रतीक बनाने के उद्देश्य से रायपुर में एक भव्य रोड शो आयोजित किया गया। उत्तर प्रदेश के इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री सुनील कुमार शर्मा ने इस कार्यक्रम का नेतृत्व किया। उन्होंने छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमन डेका, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और वहां की जनता को महाकुंभ में सम्मिलित होने का आमंत्रण दिया।
महाकुंभ: भारतीय संस्कृति का प्रतीक
मंत्री शर्मा ने महाकुंभ को “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” की झांकी बताया। उन्होंने कहा कि 2019 के महाकुंभ की सफलता को देखते हुए प्रयागराज महाकुंभ-2025 को और भी दिव्य, भव्य और डिजिटल बनाने के लिए सरकार ने व्यापक तैयारियां की हैं।
विशाल आयोजन की तैयारियां
महाकुंभ-2025 में 45 करोड़ श्रद्धालुओं और पर्यटकों के आगमन की संभावना है। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस आयोजन के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं,
जिनमें स्वच्छता एवं पर्यावरण संरक्षण: ग्रीन कुंभ की अवधारणा के तहत 3 लाख पौधों का रोपण। स्वास्थ्य सेवाएं: मेले में 100-बेड अस्पताल, छोटे अस्पताल और आईसीयू की सुविधाएं। स्मार्ट प्रबंधन: स्मार्ट पार्किंग के जरिए प्रतिदिन 5 लाख वाहनों के लिए पार्किंग सुविधा। डिजिटल समाधान: महाकुंभ की वेबसाइट, ऐप, 11 भाषाओं में एआई चैट बॉट और डिजिटल साइनेज।
संस्कृति और समरसता का उत्सव
राज्य मंत्री संजीव कुमार गोंड ने महाकुंभ को भारतीय समाज की विविधता में एकता का अनुपम उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन केवल स्नान का पर्व नहीं, बल्कि समाज के विभेदों और मतभेदों को खत्म करने का संदेश है।
दुनिया को आमंत्रण
उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में इस आयोजन को वैश्विक पहचान दिलाने का संकल्प लिया है। रायपुर रोड शो के जरिए छत्तीसगढ़ की जनता को इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बनने का निमंत्रण दिया गया।
प्रयागराज महाकुंभ-2025, 13 जनवरी से 26 फरवरी तक संगम नगरी में आयोजित होगा, जो भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत करेगा।