बांग्लादेश में हिंसा का असर नोएडा के 50 से अधिक कंपनियों पर पड़ा है। इनका एक हजार करोड़ रुपये का माल फंस गया है। ये कंपनियां बांग्लादेश में कच्चा माल भेजकर वहां से विभिन्न उत्पाद तैयार करवाकर मंगाते हैं। वहां निर्माण लागत कम होने से उत्पाद की सस्ता पड़ता है, जिससे उद्यमियों को अच्छा मुनाफा होता था। अब बांग्लादेश में उत्पाद फंसने की स्थिति कीमतों में भी परिवर्तन आ सकता है।
अपैरल पार्क कलस्टर के अध्यक्ष ललित ठुकराल ने बताया कि बांग्लादेश में नोएडा की तुलना में मजदूर सस्ते हैं। ऐसे में उत्पाद निर्माण की कीमत कम आती है। बांग्लदेश से तैयार माल पर किसी तरह का आयात शुल्क भी नहीं लगता है। इस वजह से लोगों को कम दाम में विभिन्न तरह के परिधान उपलब्ध हो जाते हैं। इसी वजह से शहर के उद्यमी भी कच्चे माल को बांग्लादेश भेजते हैं और विभिन्न तरह के परिधान तैयार कराते हैं।
आयात शुल्क नहीं होने की वजह से बगैर कर के शहर में उत्पाद उपलब्ध हो जाते हैं। अब बांग्लादेश की स्थिति खराब है। ऐसे में वहां से कारोबार करने वाले लोगों को भारी झटका लगा है। शहर में ऐसे 50 से अधिक उद्यमी हैं। अब उनका एक हजार करोड़ रुपये का माल बांग्लादेश में फंस गया है। बांग्लादेश में स्थिति सामान्य होने के बाद ही कारोबार पटरी पर आने की उम्मीद है। उन्होंने आशंका भी जताई है कि हालात ऐसे हैं कि बांग्लादेश के कुछ कारोबारी मौके का फायदा उठाकर माल रोक भी सकते हैं। ऐसे में शहर के उद्यमियों की चिंता बढ़ गई है।
बांग्लादेश से कारोबार करने वाले श्रवण कुमार ने बताया कि उनकी सेक्टर-63 में फैक्ट्री है। वह बांग्लादेश में कच्चा माल भेजकर वहां से तैयार माल मंगाते हैं। तैयार उत्पाद को दिल्ली और एनसीआर में ही बड़े खरीदारों और शोरूम में उपलब्ध कराते हैं। इससे अच्छा मुनाफा हो जाता है। बांग्लादेश की स्थिति बिगड़ने के बाद इस तरह की व्यवस्था में व्यवधान आएगा।
बांग्लादेश से कारोबार करने वाले उद्यमी राकेश सचदेवा ने बताया कि पिछले दस वर्षों से बांग्लादेश से कारोबार कर रहे हैं। हर वर्ष कारोबार में उछाल भी आ रहा था। अब धीरे-धीरे बांग्लादेश से उनका कारोबार 65 करोड़ रुपये से अधिक तक पहुंच भी गया। लेकिन एकाएक बांग्लादेश में पैदा हुए संकट से बड़ा झटका लगा है। अब आने वाले कुछ सप्ताह में ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। अपनी आस यही है कि स्थिति जल्दी सामान्य हो।
बांग्लादेश से कारोबार में ट्रेडिंग करने वाले अभिषेक मिश्रा ने बताया कि इस वक्त बांग्लादेश की स्थिति बिगड़ने से कुछ उद्यमियों को नुकसान झेलना पड़ेगा। कुछ उद्यमियों के लिए यह परिस्थिति लाभ का अवसर भी लेकर आई है। उन्होंने बताया कि बांग्लादेश से अब सस्ता माल आना हाल-फिलहाल में संभव नहीं है। ऐसे में शहर के उद्यमी ही बाजार में अपने उत्पाद की सप्लाई कर सकेंगे।
कपड़ा निर्यातक अंकुर गोयल ने बताया कि बांग्लादेश में उत्पन्न हुए हालात का लाभ शहर के कपड़ा निर्यात करने वाले उद्यमियों को मिल सकता है। अब तक अमेरिका और यूरोपीय देशों के जो कपड़ा खरीदार बांग्लादेश के उद्यमियों को ऑर्डर दे रहे थे, उन्हें शहर के उद्यमी नोएडा के लिए रिझा सकते हैं। इससे शहर के उद्यमियों के कारोबार में ओर उछाल आने की संभावना है। प्रदेश सरकार भी ओडीओपी के तहत शहर के उद्यमियों के कारोबार में बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन दे रही है। शहर के कपड़ा उद्यमियों के लिए बांग्लादेश के उद्यमी सबसे बड़े प्रतिद्वंदी थे। अब यहां के उद्यमियों को विदेशों से बड़े ऑडर्र मिल सकते हैं।