इजरायल ने ईरान के कई मिसाइल प्रोडक्शन साइट्स को अपने प्रेसिशन स्ट्राइक से खत्म कर दिया. कई बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए. इसके अलावा ईरान का राडार और एयर डिफेंस सिस्टम भी बर्बाद कर दिया. यानी कुल मिलाकर ईरान अब बहुत हद तक न आसमान में आने वाली मुसीबत को देख सकता है. न हमला कर सकता है. न ही हमले से बच सकता है. फिर भी इजरायल को ईरान से तगड़े पलटवार की आशंका है.
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इजरायली एयरफोर्स ने ईरान के डिफेंस सिस्टम और मिसाइल प्रोडक्श साइट्स को बहुत नुकसान पहुंचाया है. नेतन्याहू अपने मारे गए इजरायली सैनिकों की श्रद्धांजलि सभा में सैनिकों और उनके परिवार वालों और देश को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने अमेरिका को मदद के लिए शुक्रिया कहा.
उधर ईरान के सुप्रीम लीडर सय्यद अली खमैनी ने धमकी दी है कि ईरान को लेकर इजरायल सही आकलन नहीं कर पा रहा है. उन्हें ईरान के बारे में कुछ नहीं पता. खमैनी ने X हैंडल पर लिखा कि इजरायल अब भी ईरान की ताकत, हमला करने की शुरूआत और इच्छाशक्ति को सही से आंक नहीं पा रहा है. हम उन्हें जल्द इन चीजों को समझाएंगे.
नेतन्याहू ने कहा कि स्वॉर्ड्स ऑफ आयरन वॉर (Swords of Iron War) की तुलना ये थोड़ा बड़ा हमला था. हम पिछले साल 7 अक्तूबर को मारे गए अपने लोगों की याद में ऐसा कर रहे हैं. इजरायल ने एकसाथ सात दुश्मनों से जंग लड़ी है. अब भी लड़ रहे हैं. लड़ते रहेंगे. लेकिन हार नहीं मानेंगे.
शनिवार यानी 26 अक्टूबर 2024 को इजरायल ने ईरानी बैलिस्टिक हमलों के जवाब में ऑक्टोपस के सिर को कुचलने का प्लान बनाया. यानी ईरान पर तगड़ा हमला करने का ताकि उसका साथ देने वाले आतंकी संगठन हमास, हिज्बुल्लाह, हूती और अन्य समूह कमजोर पड़े. साथ ही ईरान का भी हौसला टूटे.
नेतन्याहू ने कहा कि हमने दक्षिण में हमास, उत्तर में हिज्बुल्लाह समेत इन आतंकी समूहों के आकाओं को भी खत्म कर दिया है. अब ये ईरान की कठपुतली बनने लायक भी नहीं बचे हैं. इजरायल पूरी दुनिया को बताना चाहता है कि उसके दुश्मन चाहे जितनी भी दूर क्यों न हों, उसके पंजों से बच नहीं सकते. कोई ऐसी जगह नहीं जहां हम नहीं जा सकते.