देवोलीना के फोटोशूट पर बवाल, असम में बाढ़ की स्थिति पर जुबिन गर्ग के फैंस का गुस्सा

लोकप्रिय सिंगर जुबिन गर्ग की मौत की वजह से असम शोक में डूबा हुआ है, ऐसे में वहां सभी लोग मातम मना रहे हैं। इसी बीच देवोलीना भट्टाचार्जी ने नवरात्रि के मौके पर अपने फैंस को शुभकामनाएं दी। वह नवरात्रि के ट्रेडिशनल ड्रेस में नजर आई उन्होंने महालया के लिए लोगों को शुभकामना दी है, लेकिन उनकी पोस्ट लोगों को पसंद नहीं आई। सोशल मीडिया पर यूजर्स उन्हें ट्रोल करने लगे।

सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स को यह तक लग रहा है कि वह दोबारा से प्रेग्नेंट हो गई हैं, तो वहीं कुछ यूजर्स देवोलीना को बायकाट करने की मांग कर रहे हैं। यूजर्स का मानना है कि असम में लोग रो रहे हैं और यह खुशियां मना रही हैं।

देवोलीना भट्टाचार्जी ने अपनी पोस्ट में लिखा है, मां दुर्गा के धरती पर अपना सफर शुरू करने के साथ यह महालया हमारे जीवन में शक्ति, सकारात्मकता और खुशियां लेकर आए। चलिए प्यार के साथ इस त्यौहार का स्वागत करें। शुभ महालया। यूजर्स को नवरात्रि के मौके पर अपने फैंस को देवोलीना का दिया गया यह बधाई संदेश अच्छा नहीं लगा, क्योंकि तस्वीर में वह भरपूर श्रृंगार के साथ नजर आ रही हैं। तस्वीर में एक और बात हैरान करने वाली है, उन्होंने अपने पेट कुछ इस तरह से पकड़ा हुआ है, जैसे वो गर्भवती हैं, ऐसे में लोगों ने उनके दोबारा प्रेग्नेंट होने का कयास भी लगा लिया है। इसके लिए भी उन्हें लताड़ा जा रहा है।

सोशल मीडिया पर यूजर्स ने देवोलीना भट्टाचार्जी के पोस्ट पर ढेर सारी प्रतिक्रिया दी है। एक यूजर ने लिखा है क्या फिर से प्रेग्नेंट हैं? तो वहीं दूसरे यूजर ने लिखा, आसामी होकर भी यह ऐसी हरकत कर रही हैं, जब पूरा असम रो रहा है तो यह खुशियां मना रही हैं, आज के दिन इन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था। एक अन्य यूजर ने लिखा है कि जुबिन गर्ग के लिए इन्होंने एक पोस्ट तक नहीं की है।

सोशल मीडिया यूजर्स के बारे में यह कहा जा सकता है कि वह बिना सोचे समझे किसी को भी प्रतिक्रिया देने लगते हैं, देवोलीना भट्टाचार्जी ने दो दिन पहले जुबिन गर्ग के लिए एक पोस्ट शेयर की थी, जिसमें उन्होंने जुबिन गर्ग के निधन पर गहरा शोक जताया था।

आज, शब्द मेरे पास नहीं हैं… मेरा दिल यह मानने को भी तड़प रहा है कि ज़ुबीन दा अब नहीं रहे। मेरे लिए, वे सिर्फ़ बचपन के हीरो नहीं थे – वे एक मार्गदर्शक प्रकाश थे, एक ऐसी आवाज़ जिसने हर रूप में जीवन को स्वस्थ, प्रेरित और गौरवान्वित किया। उनके गीतों के ज़रिए, मैं बड़ी हुई, मैंने सपने देखे, मैंने मुस्कुराया और मैंने रोया। उन्होंने हमें सिर्फ़ संगीत ही नहीं, बल्कि जीने का एक तरीक़ा दिया – निडर, जुनूनी और अपनी जड़ों के प्रति प्रेम से भरपूर। उनकी आवाज़ में हमारी ज़मीन की खुशबू, हमारे दिलों की लय और हमारे लोगों की उम्मीद थी। ज़ुबीन दा, आप थे, हैं और हमेशा मेरे… हर असमिया आत्मा का हिस्सा रहेंगे। आपकी अनुपस्थिति असहनीय है, लेकिन आपकी विरासत अमर है। हमारा गौरव, हमारी आवाज़, हमारे ज़ुबीन दा बनने के लिए शुक्रिया। जोते थका ज़ुखोट थका ज़ुबीन दा, ओम शांति।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *