बारिश का मौसम जहां आपको गर्मी से राहत देता है, साथ में उतनी ही मुश्किलें भी लाता है। इस मौसम में कब बारिश हो जाए मालूम नहीं होता है, इस चक्कर में अक्सर लोग भीग जाते हैं। बंद जूते और मोजे में पैर जब ज्यादादेर तक रहता है, तो नाखूनों में फंगल इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।

अगर समय रहते फंगल इंफेक्शन पर ध्यान न दिया जाए तो इससे नाखून टूट सकता है। कई बार नाखून का रंग पीला पड़ जाता है। नेल्स काले होने लगते हैं या पतले होकर टूट जाते हैं। इसके लिए कुछ आयुर्वेदिक उपाय कर सकते हैं जो नेल्स को हेल्दी और मजबूत बनाते हैं। आइए जान लेते है इन उपायों के बारे में-
नाखून में फंगल इंफेक्शन क्यों होता है
फंगस गर्म, नमी वाली जगह और अंधेरे वाली जगह पर पनपती है। यानि अगर आप पूरे समय जूते पहनकर रखते हैं। गीले पैरों में ही जूते पहन लेते हैं या जूते गीले हों और आप उन्हें लंबे समय तक पहने रहें तो फंगल इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है। कई बार साफ सफाई का ख्याल न रखा जाए तो भी ऐसा हो सकता है।
कुछ लोगों के नाखून त्वचा में घुसने लगते हैं जिससे इंफेक्शन बढ़ सकता है। कई बार लंबे समय तक नेल पेंट लगाए रखने या खराब क्वालिटी का नेल पेंट लगाए रखने से भी ऐसा हो सकता है।
नाखून गलने और इंफेक्शन दूर करने के उपाय
- सरसों का तेल लगाने से ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है। इसमें पाए जाने वाले एंटीफंगल गुण फंगस और इंफेक्शन को दूर करते हैं।
- लहसुन को सरसों के तेल में मिलाकर लगाने से ये नेचुरल एंटीऑक्सीडेंट का काम करता है।
- मेथी दाना आपके नाखूनों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं।
- हल्दी इंफेक्शन को दूर करने और सूजन को कम करने में असरदार है। हल्दी में हीलिंग प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं।
- हींग भी किसी भी तरह के संक्रमण और दर्द को कम करने में असरदार साबित होती है।
अगर इंफेक्शन बढ़ रहा है और नाखून निकलने की स्थिति हो सकती है। तो आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए। स्थिति ज्यादा बिगड़ने पर सिर्फ घरेलू उपाय काम नहीं कर पाते हैं।