बॉलीवुड ऐक्टर नसीरुद्दीन शाह ने दावा किया है कि 1999 में कंधार में हुए IC814 विमान अपहरण के बाद वे परेशान हो गए थे। उन्होंने अपने हाल ही में रिलीज़ हुए शो के लिए आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह बात कही है। उन्होंने 1999 में हुई इस चौंकाने वाली घटना के बाद इस्लामोफोबिया की लहर के डर को याद किया। उन्होंने कहा कि वे बेहद चिंतित थे और लंबे समय तक बेचैनी रहे।
नसारुद्दीन शाह ने कहा, “जब यह घटना हुई तब मैं लगभग 50 वर्ष का था। मुझे याद है कि मैं बेहद परेशान था। मुझे डर था कि इससे इस्लामोफोबिया की एक और लहर भड़क जाएगी। सौभाग्य से उस समय ऐसा नहीं हुआ। मुझे याद है कि मैं स्थिति और इसके परिणाम के बारे में बहुत चिंतित था। मैं बेचैनी की भावना से ग्रस्त था। मैं यह नहीं बता सकता कि मुझे ऐसा क्यों महसूस हुआ, लेकिन मुझे लगा कि यात्री और पायलट एक भयावह समय से गुजरे होंगे। कोई समाधान नहीं था। मुझे याद है कि मैंने ऐसा महसूस किया था।”
‘आईसी 814: द कंधार हाईजैक’ को लेकर जारी विवाद के बीच उन्होंने यह दावा किया है। इस फिल्म में विजय वर्मा, दीया मिर्जा पंकज कपूर और अरविंद स्वामी के अलावा नसीरुद्दीन शाह की मुख्य भूमिका है। इसे नेटफ्लिक्स पर रिलीज़ किया गया था।
रिलीज़ के बाद कई लोगों ने शो में अपहरणकर्ताओं के हिंदू नाम को लेकर आपत्ति जताते हुए बहिष्कार कर दिया है। हालांकि 2000 के विदेश मंत्रालय (MEA) के एक पुराने नोट में इस बात का जिक्र है कि अपहरणकर्ताओं ने खुद का बर्गर, शंकर, भोला और डॉक्टर कोडनेम रखा था।
विवाद के बाद नेटफ्लिक्स ने वास्तविक नामों का उल्लेख करने पर सहमति व्यक्त की है। यह निर्णय सूचना और प्रसारण (I&B) मंत्रालय के अधिकारियों द्वारा नई सीरीज़ में नेटफ्लिक्स के प्रतिनिधियों से मिलने के बाद लिया गया।