नीमच: केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह नीमच में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के 86वें स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुए. इस अवसर पर शहीद स्थल पहुंचे और CRPF के वीर बलिदानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की. इस मौके पर उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि, ”सीआरपीएफ के सभी शहीद जवानों के परिवारों को मैं कहना चाहता हूं कि देश सशक्त और समृद्ध हो रहा है, उसमें आपके परिवार का योगदान अनमोल है. जब भी देश की सुरक्षा और स्वतंत्रता की गाथा लिखी जाएगी, उसमें आपके परिवार का योगदान हमेशा याद किया जाएगा.”
अमित शाह ने कहा, ”प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार ने सीआरपीएफ के कल्याण के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. हमारे वीर जवानों के उत्थान, सम्मान तथा उनके परिवारजनों के लिए कई सुविधाओं को मुहैया कराने का कार्य किया है. संसद भवन पर हमला हो या रामजन्मभूमि की रक्षा की बात हो, सीआरपीएफ ने हर हमलों को नाकाम किया है.”देश को नक्सलमुक्त बनाने में हमारे कोबरा बटालियन के जवान अभूतपूर्व कार्य कर रहे हैं. 31 मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद को खत्म कर दिया जाएगा. देश की सुरक्षा के साथ ही जम्मू कश्मीर में आतंकियों का सफाया, पूर्वोत्तर में शांति स्थापित करना हो या नक्सल क्षेत्रों में शांति स्थापित करने में हमारे सीआरपीएफ जवानों का योगदान महत्वपूर्ण है.”
अमित शाह ने कहा, ”सीआरपीएफ की स्थापना से अब तक 2264 जवानों ने अपना सर्वोच्च बलिदान अलग-अलग मोर्चे पर देश की सुरक्षा के लिए दिया है. मैं सभी शहीद जवानों के चरणों में नमन करता हूं. अमर शहीदों के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है.” उन्होंने कहा, ”2019 में दूसरी बार भाजपा की सरकार बनने के बाद यह निर्णय लिया गया कि सीआरपीएफ का स्थापना दिवस देश के अलग-अलग हिस्सों में मनाया जाएगा.”
अमित शाह ने बताया कि, ”अखंड भारत के सूत्रधार हमारे प्रेरणास्रोत सरदार वल्लभ भाई पटेल ने सीआरपीएफ का ध्वज दिया था, उनके दिखाये रास्ते पर सीआरपीएफ की गौरवमयी यात्रा जारी है. हमारा सीआरपीएफ पूरी दुनिया का सबसे बड़ा अर्धसैनिक बल है, ये गौरवान्वित है. देश में कहीं भी अशांति या अराजकता की सूचना आती है, तो सीआरपीएफ की तैनाती से मैं निश्चिन्त रहता हूं, क्योंकि सीआरपीएफ के हमारे वीर जवान हर मुश्किल में सफल होते हैं.”