एनएमडीसी यूनियनों ने विरोध समाप्त किया, परिचालन फिर से हुआ सामान्य

एनएमडीसी यूनियनों ने विरोध समाप्त किया, परिचालन फिर से हुआ सामान्य

कर्मचारियों की वापसी से उत्पादन को मिलेगी गति, प्रबंधन ने जताया भरोसा

हैदराबाद, 21 मार्च 2025: नेशनल मिनरल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (एनएमडीसी) की यूनियनों ने 6 मार्च 2025 से जारी अपने विरोध को समाप्त कर दिया है। फेडरेशन ऑफ यूनियंस ने अपने सभी सदस्यों से 20 मार्च 2025 की पहली शिफ्ट से ड्यूटी पूरी तरह से फिर से शुरू करने और सर्वोत्तम परिणाम देने की अपील की है। यूनियन के इस फैसले के बाद कर्मचारियों ने अपने कार्यस्थलों पर लौटकर काम शुरू कर दिया है, जिससे एनएमडीसी की सभी परियोजनाओं में सामान्य परिचालन बहाल हो गया है।

एनएमडीसी प्रबंधन का सकारात्मक रुख

एनएमडीसी प्रबंधन ने इस घटनाक्रम को सकारात्मक बताते हुए कहा कि संगठन अपने कर्मचारियों को अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान देता है और उनके सहयोग से ही कंपनी का भविष्य सुरक्षित है। प्रबंधन ने विश्वास जताया कि यह निर्णय कर्मचारियों और प्रबंधन के आपसी संबंधों और भरोसे को और मजबूत करेगा, जिससे भविष्य में बेहतर कार्यसंस्कृति विकसित होगी।

उत्पादन लक्ष्यों को पूरा करने में होगी सहायता

एनएमडीसी एक प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है, जो लौह अयस्क के उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कामकाज फिर से शुरू होने से कंपनी को अपने उत्पादन लक्ष्यों को तेजी से पूरा करने में मदद मिलेगी। इससे न केवल कंपनी की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, बल्कि देश के इस्पात उद्योग को भी लाभ पहुंचेगा।

यूनियनों और प्रबंधन के बीच बनी सहमति

सूत्रों के अनुसार, विरोध समाप्त करने के निर्णय के पीछे यूनियनों और प्रबंधन के बीच हुए सकारात्मक संवाद की अहम भूमिका रही। प्रबंधन ने कर्मचारियों की मांगों पर विचार करने और उनके हितों की रक्षा करने का आश्वासन दिया है, जिससे कर्मचारियों ने अपना आंदोलन खत्म करने का फैसला किया।

संगठन और कर्मचारियों के लिए लाभकारी कदम

औद्योगिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह निर्णय एनएमडीसी और उसके कर्मचारियों के लिए लाभकारी साबित होगा। इससे न केवल संगठन में स्थिरता बनी रहेगी, बल्कि भविष्य में संभावित औद्योगिक अशांति को रोकने में भी मदद मिलेगी। कर्मचारियों की कार्यस्थल पर वापसी से एनएमडीसी अब अपनी उत्पादन प्रक्रिया को और गति देने की दिशा में कार्य करेगा।

उद्योग जगत की प्रतिक्रिया

खनन और इस्पात उद्योग से जुड़े विशेषज्ञों ने इस फैसले का स्वागत किया है। उनका कहना है कि विरोध के कारण उत्पादन में आई रुकावट से इस्पात उद्योग पर असर पड़ने की आशंका थी, लेकिन अब स्थिति सामान्य होने से उत्पादन चक्र को पुनः संतुलित किया जा सकेगा।

एनएमडीसी यूनियनों के इस निर्णय से कंपनी को अपनी आगामी परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित करने का अवसर मिलेगा और देश की औद्योगिक प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान जारी रहेगा।

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