बिहार कई जिले इस समय बाढ़ की वजह से भंयकर संकट से जूझ रहे हैं. लोग मदद के लिए सरकार के भरोसे हैं लेकिन कई जगहों पर अधिकारी पीड़ित तो छोड़िये, जनप्रतिनिधियों की भी नहीं सुन रहे हैं. ऐसा ही एक मामला वाल्मीकिनगर से सामने आया है, जहां से जेडीयू के सुनील कुमार सांसद हैं.
दरअसल जेडीयू सांसद सुनील कुमार का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. सांसद बाढ़ पीड़ितों के बीच मौजूद हैं लेकिन अधिकारी उनकी बात नहीं सुन रहे हैं. इसे लेकर जेडीयू सांसद फोन पर नाराजगी जताते हुए दिख रहे हैं.
जेडीयू सांसद अधिकारियों से फोन पर कहते हैं, ‘क्या मजाक बनाकर रखे हैं आप लोग. सुबह से फोन कर रहे है नहीं उठा रहे हो. सरकार की बदनामी होती है इससे.’ इस वीडियो को आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने भी पोस्ट किया है और तंज कसते हुए कहा कि आप देख लीजिए नीतीश कुमार जी आपके सांसद की बेबसी और लाचारी.
तेजस्वी यादव ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘ये वाल्मीकिनगर से जदयू के सांसद है. नौकरशाही से त्रस्त बेचारे सांसद महोदय की बेबसी और बेचारगी देखिए. DM-SP को तो छोड़िये सुबह से फोन किए जा रहे है लेकिन छोटा बाबू भी फोन नहीं उठा रहा. नेताओं को सरकार की बदनामी का डर रहता है लेकिन DK-NK मॉडल पर चल रहे बिहार के अधिकारियों को किसी का डर नहीं है? CM को तो होश ही नहीं है. CM अपने ही दल के नेताओं के फीडबैक पर काम नहीं करते विपक्ष की तो छोड़ ही दीजिए.’
सीतामढ़ी के बेलसंड से जेडीयू के पूर्व विधायक राणा रणधीर सिंह चौहान भी बाढ़ के दौरान अधिकारियों ने जो रवैया अपनाए उससे नाराज नजर आए. वीडियो में पूर्व विधायक बेलसंड के सीओ पर भड़कते हुए नजर आए. उनका आरोप है कि बाढ़ आपदा के बीच सीओ अपने घर में आराम से सोए हुए हैं.
बाढ़ के दौरान प्रशासन के रवैये से जेडीयू विधायक भी नाराज नजर आ रहे हैं और उन्होंने अपनी ही सरकार के अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. वाल्मिकिनगर से जेडीयू के विधायक रिंकू सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा, ‘जल संसाधन विभाग के अधिकारी और इंजीनियर्स ने तटबंधों की सुरक्षा को लेकर सही तरीके से काम नहीं किया. विभाग के अधिकारी तटबंध मरम्मती के नाम पर पैसा बनाने में लगे रहे. प्रशासनिक अधिकारियों ने लापरवाही बरती. अधिकारी करोड़ों बनाते हैं.’