बिलासपुर। प्राइवेट अस्पताल में मरीज को बंधक बनाने का मामला सामने आया है। केयर एंड क्योर हॉस्पिटल में आयुष्मान योजना के तहत मरीज का बिना पैसे दिए मुफ्त में इलाज कराने का झांसा देकर उसे भर्ती कर लिया गया। वहीं, अब इलाज होने के बाद 51 हजार रुपए की डिमांड की जा रही है। पैसे का न तो उन्हें बिल दिया गया है और मरीज को ले जाने से भी रोक दिया गया है।
मस्तूरी निवासी रामनारायण दिवाकर की पत्नी अनिता दिवाकर बीते दिनों खेत में काम करने गई थी। तभी उसके पैर में फ्रेक्चर हो गया और वह चल नहीं पा रही थी। इस पर परिजन उसे लेकर मस्तूरी अस्पताल पहुंचे, जहां से उन्हें बिलासपुर रेफर कर दिया गया।
रामनारायण ने बताया कि 30 अगस्त को वह अपनी पत्नी का इलाज कराने केयर एंड क्योर अस्पताल पहुंचा, यहां अस्पताल प्रबंधन ने आयुष्मान योजना के तहत निःशुल्क इलाज होने की बात कही और उसकी पत्नी को भर्ती कर लिया। इस दौरान उसे बताया गया कि उसे केवल रूम चार्ज अलग से देना पड़ेगा, जिसके लिए उससे 20 हजार रुपए जमा कराया। सोमवार को अनिता को इलाज के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया और परिजन को बोला गया कि उसे घर ले जाए।
इस दौरान उन्हें 51 हजार रुपए खर्च होने और पैसे देने के बाद ही महिला की छुट्टी करने की बात कही गई। परिजनों ने जब उन्हें फ्री में इलाज होने की बात कही और बिल देने की मांग की, तब प्रबंधन ने उन्हें बिल देने से भी मना कर दिया।