पखांजूर से कापसी की ओर जाने वाली मुख्य सड़क पर माटोली चौक के पुलिया के आगे सड़क के दोनों ओर रेत और धूल की मोटी परत जमा हो गई है, जिससे आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। बीते बुधवार को इसी सड़क पर माटोली चौक के पास एक बड़ा हादसा हुआ, जिसने इस समस्या को और गंभीर बना दिया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह समस्या लंबे समय से बनी हुई है, लेकिन प्रशासन और लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा। लोक निर्माण विभाग के एसडीओ एके मिलिन, जो पखांजूर लोक निर्माण विभाग में सालों से नौकरी कर रहे हैं और वर्तमान में एसडीओ के पद पर कार्यरत हैं, वे भी इस गंभीर समस्या को नजरअंदाज कर रहे हैं।
सड़क किनारे जमा रेत और धूल के कारण वाहन फिसलने का खतरा बना हुआ है, जिससे कई बार हादसे हो चुके हैं। माटोली चौक पर चारों ओर स्पीड ब्रेकर नहीं होने की वजह से वाहन तेज गति से गुजरते हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा और बढ़ जाता है।
पखांजूर से कापसी मार्ग पर नेहर का पुलिया और झरना का पुलिया भी जर्जर स्थिति में हैं। इन पुलियाओं की चौड़ाई इतनी कम है कि एक समय में दो वाहन गुजर ही नहीं सकते, जिससे वाहनों की आवाजाही में हमेशा खतरा बना रहता है। वाहन चालकों को यहां गुजरते समय भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है, लेकिन इसके बावजूद प्रशासन और लोक निर्माण विभाग ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।
बीते बुधवार की दुर्घटना के बाद भी विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि अगर जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, सड़क किनारे की रेत और धूल नहीं हटाई गई, माटोली चौक पर स्पीड ब्रेकर नहीं बनाए गए और नेहर व झरना पुलिया को चौड़ा नहीं किया गया, तो भविष्य में और भी बड़ी दुर्घटनाएं हो सकती हैं।
लोगों ने मांग की है कि लोक निर्माण विभाग तुरंत इन समस्याओं को संज्ञान में लेते हुए आवश्यक कदम उठाए, ताकि लगातार हो रही दुर्घटनाओं को रोका जा सके।