ऋषभ पंत की वापसी टी20 और वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट के बाद टेस्ट क्रिकेट में भी होने वाली है। चीफ सिलेक्टर अजीत अगारकर पहले ही इस बात का ऐलान कर चुके हैं

ऋषभ पंत की वापसी टी20 और वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट के बाद टेस्ट क्रिकेट में भी होने वाली है। चीफ सिलेक्टर अजीत अगारकर पहले ही इस बात का ऐलान कर चुके हैं कि पंत को टेस्ट क्रिकेट में लाने की तैयारी चल रही है और इसी वजह से उनको वनडे टीम में रखा था। आईपीएल 2024 से पहले वे 15 महीने तक क्रिकेट से दूर रहे थे, क्योंकि उनका एक भयंकर कार एक्सीडेंट हुआ था। बांग्लादेश के खिलाफ अगले महीने से शुरू हो रही दो मैचों की टेस्ट सीरीज में विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत खेलते हुए नजर आ सकते हैं। 

पंत ने आखिरी बार टेस्ट क्रिकेट दिसबंर 2022 में खेला था। उसी महीने के आखिर में उनका कार एक्सीडेंट हुआ था और वे लंबे समय के लिए क्रिकेट से दूर चले गए थे। हालांकि, अब वे रेड बॉल क्रिकेट में वापसी कर सकते हैं। आईपीएल 2024 में दमदार प्रदर्शन और फिटनेस साबित करने के बाद उनको टी20 वर्ल्ड कप 2024 के लिए चुना गया था और इसके बाद श्रीलंका के खिलाफ टी20 और वनडे सीरीज में उनको मौका दिया गया। चीफ सिलेक्टर अजीत अगारकर का कहना था कि वे उनको टेस्ट क्रिकेट के लिए तैयार कर रहे हैं। 

भारत का अगला अभियान अगले महीने घरेलू मैदान पर बांग्लादेश के खिलाफ दो मैचों की सीरीज है, अगारकर और उनकी समिति दलीप ट्रॉफी के लिए खिलाड़ियों की घोषणा करने के लिए तैयार है। 5 से 24 सितंबर के बीच ये टूर्नामेंट खेला जाएगा।  विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ी भी आने वाले 10 टेस्ट मैचों के लिए अपनी तैयारी पुख्ता करने के लिए इस टूर्नामेंट में उतर सकते हैं। भारत को बांग्लादेश के खिलाफ दो, न्यूजीलैंड के खिलाफ अक्टूबर में 3 और नवंबर-दिसंबर में ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर 5 टेस्ट मैच खेलने हैं।  

पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, चयनकर्ता पंत को दलीप ट्रॉफी में मौका देने का फैसला करने पर विचार कर रहे हैं, जिससे उन्हें लाल गेंद के प्रारूप में बेहतर प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा। इसके बाद समिति बांग्लादेश सीरीज के लिए भारतीय टीम का चयन करेगी। इस टूर्नामेंट के जरिए पंत लंबे समय तक मैदान पर खड़े रहने के साथ-साथ रेड बॉल क्रिकेट से घुल-मिल जाएंगे। पंत की गैरमौजूदगी में केएस भरत को मौका दिया गया, लेकिन वे फेल रहे। इसके बाद ईशान किशन की ओर भारतीय टीम गई, लेकिन वहां भी निराशा ही हाथ लगी। साउथ अफ्रीका के दौरे के लिए वे फर्स्ट च्वॉइस विकेटकीपर थे, लेकिन उन्होंने मानसिक थकान का हवाला देकर टीम का साथ छोड़ दिया था। ऐसे में केएल राहुल को विकेटकीपर बनाया गया, जिन्होंने साउथ अफ्रीका के बाद घरेलू सरजमीं पर इंग्लैंड के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया था और अपनी जगह पक्की की थी। 

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