बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान और काजोल की साल 1995 में आई फिल्म ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ एक ब्लॉकबस्टर हिट थी। यह भारतीय सिनेमाघरों में सबसे लंबे वक्त तक टिकी रही फिल्म है और इस फिल्म की कहानी और किरदार आज तक दर्शकों के दिलों में जगह बनाए हुए हैं। फिल्म इस साल अपनी 30वीं एनिवर्सरी मना रही है और पिछले दिनों इसके के पार्ट-2 को लेकर काफी चर्चा हुई थी। काजोल ने एक इंटरव्यू में फिल्म की शूटिंग के दौरान के अपने तजुर्बे और स्विजरलैंड में शूटिंग की यादें साझा कीं।

काजोल ने हिन्दुस्तान टाइम्स के साथ बातचीत में कहा, “मैंने बहुत अच्छा वक्त बिताया। मैंने अपने दोस्तों के साथ काम किया और बहुत मजा आया। मुझे पता था कि हम एक अच्छी फिल्म बना रहे हैं क्योंकि स्क्रिप्ट शानदार थी और हम सब इसकी शूटिंग के दौरान खूब हंसे। हमने अच्छा खाना खाया, एक बस में स्विट्ज़रलैंड घूमे, और कुल मिलाकर सबसे बेहतरीन वक्त बिताया। ऐसा लग रहा था जैसे हम एक लंबी वर्किंग हॉलीडे पर हों।” काजोल ने फिल्म की शूटिंग के दौरान हुई कुछ खट्टी-मीठी यादें भी साझा कीं।
पिछले दिनों फिल्म ‘मां’ में नजर आईं काजोल ने कहा, “इस दौरान कुछ चीजें वाकई बड़ी वाहियात हुई थीं, जैसे गाय के तबेले में साड़ी पहनने की कोशिश करना और गलती से पहाड़ी से लुढ़क जाना। कौन गलती से पहाड़ी से लुढ़कता है! लेकिन मैंने यह भी किया है। ऐसा लग रहा था जैसे हम कपड़े बदलने, और शूटिंग जल्दी खत्म करने की हड़बड़ी में थे, सूरज ढलने से पहले कभी-कभी हमारे पास सिर्फ 15 मिनट होते थे शॉट के लिए। वो सारी पागलपन, मुझे उस फिल्म की शूटिंग के दौरान का हर हिस्सा पसंद है।”
काजोल से जब पूछा गया कि यह फिल्म लोगों के दिलों के इतने करीब क्यों है तो एक्ट्रेस ने जवाब दिया कि इस फिल्म में दिखाया गया चार्म इसका सबसे मुख्य अट्रैक्शन है। काजोल ने कहा, “सारा जादू फिल्म का है। इसमें सब कुछ है – स्क्रिप्ट, शाहरुख खान का वो लाइनें बोलना, इसमें रोमांस है और 90 के दशक में दिखाया जाने वाला ड्रामा है, जिसे उस वक्त के हिसाब से बेस्ट पॉसिबल तरीके से दिखाया गया है।” बता दें कि मुंबई के मराठा मंदिर थिएटर में शाहरुख खान और काजोल की फिल्म ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ 25 साल तक चली थी।