न्यूज़ीलैंड में कीइंगितांगा आंदोलन की आठ-वंशीय राजशाही में दूसरी रानी का चुनाव किया है

राजा Kiingi Tuheitea की बड़ी बेटी ‘Nga Wai Hono i te po’ को रानी बनाया गया है. भव्य समारोह में रानी की ताजपोशी की गई है. इस समारोह में न्यूज़ीलैंड के Turangawaewae marae के हजारों लोग मौजूद थे.   

Kiingi Tuheitea, जो इस समय तक Māori के राजा थे. उनका शुक्रवार को 69 वर्ष की आयु में हृदय सर्जरी के बाद निधन हो गया था. अब उनकी एकलौती बेटी को Māori की नई रानी चुना गया है, जो एक नई पीढ़ी की शुरुआत का संकेत है. Tekau-Maa-Rua के अध्यक्ष Che Wilson ने बताया कि Te Whakawahinga समारोह बहुत महत्वपूर्ण है और यह आठ पीढ़ियों से चला आ रहा है. उन्होंने आगे कहा कि “हम अपने पूर्वजों की संस्कृति का पालन करते हैं जिन्होंने Kiingitanga की स्थापना की थी. हमने Nga Wai Hono i te po को नई रानी के रूप में चुना है. इस समारोह में उन्हें पवित्र तेलों से अभिषेक किया गया और 1858 में पहले Māori किंग को ताज पहनाने के लिए इस्तेमाल की गई बाइबिल से आशीर्वाद भी लिया गया.

किंगिटांगा को Māori किंग मूवमेंट के नाम से भी जाना जाता है. यह एक स्वदेशी न्यूजीलैंड का राजतंत्र है, जिसे 1858 में ताइनुई और अन्य नेताओं ने स्थापित किया था. इसका उद्देश्य था कि Māori जनजातियां ब्रिटिश आप्रवासियों के उनके क्षेत्रों पर अतिक्रमण के खिलाफ एकजुट हो सकें. इनके पास कोई कानूनी अधिकार नहीं है और यह भूमिका औपचारिक है. इन्हें कई जनजातियों के सर्वोच्च प्रमुख के रूप में भी माना जाता है.

Nga Wai Hono i te po Paki ने न्यूजीलैंड की Waikato विश्वविद्यालय से माओरी सांस्कृतिक अध्ययन में मास्टर की डिग्री प्राप्त की है और 19 साल की उम्र में अपने पिता और उनके शासनकाल की सम्मान के रूप में ठोड़ी पर मोको कौए, टैटू भी बनवाया है. मोको कौए, माओरी महिलाओं द्वारा ठोड़ी पर पहना जाने वाला एक पारंपरिक टैटू है. माओरी संस्कृति में, चेहरे को बहुत पवित्र माना जाता है और चेहरे पर टैटू को बहुत अहमियत दी जाती है. मोको कौए के अलावा, माओरी पुरुष चेहरे पर मोको कनोही नाम के टैटू बनवाते हैं.

न्यूज़ीलैंड की अक्टूबर में चुनावी जीत के बाद से, Kiingitanga ने Māori को एकजुट करने में एक प्रमुख भूमिका निभाई है, और प्रस्तावित नीतियों के खिलाफ विरोध में सक्रिय भूमिका निभाई है जिन्हें कई लोग Māori अधिकारों की वापसी के रूप में मानते हैं. बता दें कि माओरी समाज, न्यूज़ीलैंड के मूल निवासियों का समाज है. माओरी लोग, न्यूज़ीलैंड में रहने वाले यूरोपीय लोगों के बाद दूसरा सबसे बड़ा जातीय समूह हैं. 

अपना पूरा जीवन माओरी के अधिकारों के लिए लड़ने में बिताने वाले वेटांगी की ट्रीटी के वकील एनेट साइक्स ने कहा कि नई रानी उस भविष्य का प्रतिनिधित्व करती हैं जिसका वह लक्ष्य रखती हैं. उन्होंने आगे कहा कि  “वह प्रेरणादायक हैं. हमारी भाषा को फिर से जीवित और सुरक्षित करने का यह काम पिछले 40 सालों से चल रहा है. नई रानी की यह उनकी पहली भाषा है, जिसे वह आसानी से बोलती हैं. वह हमारे लोगों के राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक भले की चिंता करती हैं और कई तरीके से वह अपनी दादी की तरह हैं, जिन्हें देश बहुत पसंद करता था.

उन्होंने आगे कहा कि “वह एक नई शुरुआत हैं, और समझदारी से फैसला लेने वाली सलाहकार परिषद को हमें बधाई देनी चाहिए. हमने उन्हें बड़े होते देखा है. वह बहुत विनम्र हैं और आज के समय में सच्चा ज्ञान लाती हैं. वह Gucci पहनती हैं और उनके पास moko kauae (ठोड़ी का टैटू) भी है वह हमें नए और कठिन समय में आत्मविश्वास के साथ ले जाएंगी.

Nga Wai Hono i te Po Paki ने 2022 में लंदन में प्रिंस चार्ल्स से मुलाकात की थी और कहा कि वह अपने पूर्वजों को सम्मानित करने के लिए वहां गई थीं लेकिन न्यूज़ीलैंड में Māori पर उपनिवेशवाद के खराब प्रभाव को देखना कठिन था. उन्होंने कहा, “मेरी बड़ी इच्छा है कि सभी Māori भूमि Māori को वापस मिल जाए. बता दें कि Kiingi Tuheitea की मां, Te Arikinui Dame Te Atairangitaaku, 1966 में पहली Māori रानी बनी थीं.

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