बांग्लादेश में एमबीबीएस छात्रा साबिया सुरक्षित भारत लौट आई हैं। बांग्लादेश में 17 जुलाई से हालात बिगड़ने के बाद, इंटरनेट बंद हो गया और कर्फ्यू लग गया। साबिया ने भारतीय उच्चायोग की मदद से 6 अगस्त को भारत की उड़ान भरी। उसने बताया कि कॉलेज प्रबंधन का सहयोग मिला और फ्लाइट रद्द होने पर भी भारतीय उच्चायोग ने वैकल्पिक व्यवस्था की।
: बांग्लादेश में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही नगर साबिया पुत्री हाजी साबीर खान पठान पिछले दिनों अपने घर सुरक्षित लौट आई हैं। साबिया की पांच माह की पढ़ाई अधूरी है। हालात अच्छे रहे तो साबिया फिर से बांग्लादेश लौटकर पढ़ाई पूरी करेंगी। साबिया ने बांग्लादेश की वास्तविक स्थिति बयां की है।
बांग्लादेश की राजधानी ढाका से 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मिर्जापुर जिला टंगाइल के कुमुदनी महिला मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की अंतिम वर्ष की छात्रा हैं। गत 17 जुलाई से बांग्लादेश में हालात खराब होना शुरू हो गए थे। उस रात से ही पूरे बांग्लादेश में कर्फ्यू लगा था और आंतरिक सुरक्षा की दृष्टि से इंटरनेट बंद कर दिया गया था।
वैसे हमारे नजदीकी क्षेत्रों में सिर्फ ढाका में माहौल ज्यादा खराब था। बाकी चिट्टगांव जैसे दूरवर्ती क्षेत्रों में माहौल खराब था। अन्य छोटे स्थानों पर माहौल सामान्य था। कर्फ्यू के बाद हमने बांग्लादेश स्थित भारतीय उच्चायोग द्वारा जारी मदद नामक हेल्पलाइन के माध्यम से उच्चायोग के संपर्क में रहे।
4 अगस्त को बांग्लादेश का माहौल पूरी तरह से खराब हो गया था, तब भारतीय उच्चायोग की मदद से हम 22 भारतीय छात्राओं के दल ने 6 अगस्त को ढाका से नई–दिल्ली के लिए उड़ान भरी और सुरक्षित भारत पहुंचे। साबिया ने बताया कि माहौल बिगड़ा तो लगा कि अब घर नहीं पहुंच पाएंगे।