रायपुर . तेलीबांधा थाना क्षेत्र स्थित दिगंबर जैन मंदिर में हुई चोरी के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन अंतर्राज्यीय आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों में एक महिला और उसके दो बेटे शामिल हैं, जो मध्य प्रदेश के भोपाल के निवासी हैं। चोरी किए गए करीब 15 लाख रुपये के सोने-चांदी के आभूषण और अन्य सामान बरामद कर लिए गए हैं।
घटना का विवरण
22 दिसंबर की सुबह, मंदिर के सदस्यों ने सूचना दी कि मंदिर में चोरी हो गई है। मौके पर पहुंचे प्रार्थी रासू जैन ने देखा कि मंदिर के मुख्य द्वार और गर्भगृह के ताले टूटे हुए थे। साथ ही, सीसीटीवी कैमरों के तार भी काट दिए गए थे। गर्भगृह में रखे सोने और चांदी के आभूषण, कलश, थालियां, और अन्य कीमती सामग्री गायब थीं। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
पुलिस जांच और गिरफ्तारी
पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेंद्र सिंह के निर्देशन में एंटी क्राइम और साइबर यूनिट तथा थाना तेलीबांधा की संयुक्त टीम ने मामले की जांच शुरू की। घटना स्थल और आसपास के क्षेत्रों में लगे कैमरों का विस्तृत अध्ययन किया गया। पूछताछ के दौरान, मंदिर कर्मचारी सुदीप माली पर शक हुआ। वह बार-बार अपना बयान बदल रहा था और जांच को गुमराह करने का प्रयास कर रहा था। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने अपनी मां सुषमा माली और भाई सागर माली के साथ चोरी की बात कबूल की।
बरामद सामान
गिरफ्तार आरोपियों के पास से मंदिर से चोरी की गई सामग्री बरामद की गई, जिसमें सोने का कलश: 1 नग, चांदी का सामान: थालियां, कलश, झारियां, छत्र, लोटा, पंचमेरू, और अन्य सामग्री कुल कीमत: ₹15,00,000 शामिल है।
गिरफ्तार आरोपी
सुदीप माली (27), भोपाल निवासी
सागर माली (25), भोपाल निवासी
सुषमा माली (48), भोपाल निवासी
पुलिस टीम की भूमिका
मामले को सुलझाने में एंटी क्राइम और साइबर यूनिट और तेलीबांधा थाना पुलिस की टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। निरीक्षक विनय सिंह बघेल और परेश पांडे के नेतृत्व में टीम ने पेशेवर तरीके से आरोपियों को चिन्हित और गिरफ्तार किया।
इस सफल कार्रवाई से न केवल मंदिर का चोरी किया गया कीमती सामान बरामद हुआ, बल्कि अंतर्राज्यीय चोरी गिरोह का भंडाफोड़ भी हुआ। पुलिस की तत्परता और टीमवर्क ने इस मामले को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई। आरोपी अब पुलिस हिरासत में हैं और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जा रही है।