जबलपुर में शहपुरा के सालीवाड़ा के बिरहोला टोला में बिजली सुधार रहे युवक, उसकी पत्नी को करंट लगा। घर वाले 108 एबुलेंस बुलाए, खाट पर लेकर करीब आधा किलोमीटर लेकर गए। किसी तरह अस्पताल पहुंचे चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया।
बिरहोला टोला में रहने वाले 36 वर्षीय आदिवासी युवक मचल सिंह ठाकुर को करंट लग गया था। गांव के आदिवासी उसे अस्पताल ले जाने के लिए पहले आधा किलोमीटर तक लटकाकर दौड़े। रास्ते में एक घर से खटिया ली।
इसके बाद घायल को खटिया पर लेकर सड़क तक आए। जैसे-तैसे मदद के लिए गांव का एक साहू परिवार आया। उसने पिकअप वाहन में घायल को लेकर मेडिकल कॉलेज लेकर गया पर तब तक देर हो चुकी थी। चिकित्सकों ने युवक को मृत घोषित कर दिया।
सालीवाड़ा ग्राम पंचायत के बिरहोला टोला तक पहुंच मार्ग ही नहीं है। खेतों से होकर मुख्य मार्ग तक पहुंचना पड़ता है। ऐसे में ग्रामीणो ने मचल सिहं के हाथ-पैर पकड़कर मुख्य मार्ग के लिए दौड़ लगा दी। रास्ता लंबा था, लटकाकर ले जाना मुश्किल पड़ रहा था। आधा किलोमीटर बाद एक घर के बाहर खाटिया रखी थी जिस पर लिटाकर मचल सिंह को शहपुरा अस्पताल लाया गया। यहां डाक्टर ने मेडिकल कॉलेज ले जाने कहा। यहां एम्बुलेंस नहीं मिली।
लोगों से मदद मांग मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे। चेक करने के बाद डॉक्टरों ने मचल सिंह को मृत घोषित कर दिया। पत्नी अंजू अभी अस्पताल में भर्ती है। गांव के उपसरपंच राम किशोरी चौधरी का कहना है कि दो हजार लोगों की आबादी वाली सालीबाड़ा पंचायत में मैली,जमुनिया,पिडंरई और बिरहोला गांव है।
पंचायत के हर गांव तक पहुंचने की व्यवस्था है लेकिन, आजादी के बाद से बिरहोला तक पहुंचने के लिए सड़क नहीं है। सबसे ज्यादा परेशानी आती है। तेज बारिश हो जाए तो नाला आ जाता है, ऐसे में बिरहोला गांव के लोग फंसकर रह जाते हैं। गांव में इससे पहले भी कई मौत इसी वजह से हुई है।