बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बुलाई गई NDA नेताओं की बैठक से दिलचस्प तस्वीर सामने आई है. 1 अणे मार्ग पर सीएम आवास में हुई बैठक में केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता गिरिराज सिंह को पहली कतार में जगह नहीं दी गई.
मुख्यमंत्री के साथ मंच पर अगली कतार में बीजेपी के दोनों डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिंह मौजूद थे लेकिन गिरिराज सिंह को पीछे की कुर्सी मिली थी. जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा, सहयोगी दल हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन, राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल भी पहली कतार में बैठे थे.
केंद्रीय कैबिनेट में शामिल जेडीयू के मंत्री ललन सिंह और रामनाथ ठाकुर को भी अगली कतार में जगह दी गई थी लेकिन गिरिराज सिंह को दूसरी कतार में बिठाया गया. बता दें कि गिरिराज सिंह ने हाल ही में बिहार में हिंदू स्वाभिमान यात्रा निकाली थी. इस यात्रा को लेकर कहा जा रहा था कि नीतीश कुमार इससे खुश नहीं थे. यही वजह है कि नीतीश की नाराजगी के बाद बीजेपी ने गिरिराज सिंह की इस यात्रा से दूरी बना ली थी और इसे उनका निजी कार्यक्रम बता दिया था.
अब केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को NDA की बैठक में अगली कतार में क्या जान बूझकर नहीं बिठाया गया ये सवाल पटना के सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है. वहीं इस बैठक के दौरान आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा हुई और यह साफ कर दिया गया कि 2025 का विधानसभा चुनाव भी नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा.
बिहार से आने वाले केंद्रीय मंत्रियों को भी इस बैठक में बुलाया गया था. इस बैठक में NDA ने 2025 के लिए मिशन 225 का ब्लूप्रिंट तैयार किया है. राज्य में कुल 243 सीटें हैं. बैठक के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने एनडीए के सभी घटक दलों में आपसी तालमेल बढ़ाने पर जोर दिया.
बैठक में NDA को एकजुट रखने और सरकार के काम को जनता तक पहुंचाने की रणनीति बनाई गई. बैठक में जेडीयू अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, बिहार में NDA के सभी दलों को एकजुट रहना है. आपसी तालमेल बढ़ाना है. जैसे 2005 में NDA मजबूत था और 2010 में जैसे जीत मिली, वैसे ही प्रदर्शन को एक बार फिर दोहराना है.