मध्य प्रदेश के भोपाल स्थित वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में डेढ़ साल के संघर्ष के बाद आखिरकार तेंदुआ शावक वीर ने दम तोड़ दिया. छिंदवाड़ा से 3 माह के नर तेंदुआ शावक ‘वीर’ को रेस्क्यू कर 6 फरवरी 2023 को इलाज के लिए वन विहार लाया गया था. ‘वीर’ की बीते दिन मृत्यु हो गई. तेंदुआ शावक अत्यंत कमजोर और चलने-फिरने में असमर्थ था. उसका पिछला हिस्सा काम नहीं कर रहा था.
वन विहार के संचालक ने बताया कि नर तेंदुआ शावक का वन्य-प्राणी चिकित्सक वन विहार डॉ. अतुल गुप्ता द्वारा विशेषज्ञों से परामर्श लेकर लगातार इलाज किया गया. इसके बाद भी उसके आंतरिक अंगों में कमजोरी के कारण वह चलने-फिरने में असमर्थ था और उसमें अपेक्षित सुधार भी नहीं हो रहा था.
उन्होंने बताया कि मृत नर तेंदुआ शावक का पोस्टमार्टम वन विहार राष्ट्रीय उद्यान के वन्य-प्राणी चिकित्सक दल डॉ. अतुल गुप्ता, डॉ. हमजा नदीम और वाइल्ड लाइफ एसओएस वन विहार के वन्य-प्राणी चिकित्सक डॉ. रजत कुलकर्णी ने किया था.
मृत शावक के सैंपल जमा कर जांच के लिए स्कूल ऑफ वाइल्ड लाइफ फॉरेंसिक हेल्थ जबलपुर और डीआई लैब भोपाल भोपाल में भेजे गए हैं. पोस्टमार्टम के बाद मृत नर तेंदुआ शावक का नियमानुसार वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में वरिष्ठ अधिकारियों और उपस्थित कर्मचारियों के समक्ष दाह संस्कार किया गया.