आज दुनियाभर में हर साल की तरह ऑटोइम्यून बीमारी विश्व ल्यूपस दिवस मनाया जा रहा है। यह दिवस ल्यूपस बीमारी के प्रति जागरूकता और बचावों की उपयोगिता रखता है। इस बीमारी की लोगों को कम या गलत जानकारी होती है इस वजह से जागरूकता बढ़ाने के लिए ल्यूपस डे मनाया जाता है। चलिए जानते है ल्यूपस बीमारी के लक्षण, बचाव और महिलाओं या पुरूषों दोनों में बीमारी का स्तर कैसा होता है…
पहले जानिए क्या है ये बीमारी
आपको बताते चलें कि, यह बीमारी का ल्यूपस है जो एक ऑटोइम्यून बीमारी है, यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को हेल्दी टिश्यू पर हमला करने का कारण बनती है. इससे जोड़ों, मांसपेशियों, त्वचा, किडनी, हार्ट और मस्तिष्क सहित कई अंगों में सूजन और दर्द हो सकता है। यहां पर इस प्रकार की बीमारी के लक्षण सबसे ज्यादा महिलाओं को परेशान करते है।
जानिए ल्यूपस के क्या होते है लक्षण
आपको बताते चलें कि, गंभीर बीमारी के कई लक्षण होते है जिसके बारे में आपको जानना चाहिए…
- थकान
- जोड़ों में दर्द और सूजन
- त्वचा पर लाल चकत्ते
- बुखार
- सांस लेने में तकलीफ
- सीने में दर्द
- बालों का झड़ना
- सेंसिटिविटी
- मेमोरी लॉस
किन वर्ग की महिलाओं के लिए गंभीर संकेत
आपको बताते चलें कि, ल्यूपस की बीमारी कई मामलों में पुरूषों से ज्यादा महिलाओं को परेशान करता है। इस बीमारी के मामले अक्सर 15 से 45 साल की आयु के बीच महिलाओं को प्रभावित करता है। इसके अलावा ल्यूपस की बीमारी के लक्षण नजर आने पर लापरवाही बरतना नहीं चाहिए। इससे इसके लक्षणों को कंट्रोल करने और बीमारी की जटिलताओं को रोकने में मदद मिल सकती है. इसका समय रहते इलाज न कराने से यह जानलेवा भी साबित हो सकती है।
बचाव के उपाय
ल्यूपस बीमारी के लक्षण गंभीर होते है तो वहीं पर हमें इस बीमारी से बचने के लिए कई उपाय करने चाहिए जो मददगार हो सकते है…
- रोजाना हेल्दी चीजों का सेवन करें।
- एक्सरसाइज और योग करने से शरीर को कई बीमारियों से बचाया जा सकता है.
- धूम्रपान और शराब का सेवन करने से बचें।
- बीमारी के लक्षण नजर आए तो घबराने की बजाय डॉक्टर से सलाह लेना नहीं भूलें।