आज है मां लक्ष्मी का पर्व। दिवाली के दिन खास तौर पर मां लक्ष्मी के आगमन की तैयारी विशेष तौर पर की जाती है। शाम को विधि विधान से पूजा करने के बाद मां लक्ष्मी की आरती की जाती है। आरती से पहले मां लक्ष्मी का विशेष षडोपचार विधि से मां का पूजन करना चाहिए, जिसमें नैवेद्य अर्पित कर धूप दीप अर्पित किए जाते हैं। दिवाली की पूजा में खासतौर पर मां लक्ष्मी की आरती करनी चाहिए। इसके बिना पूजा का पूरा फल नहीं मिलता है। पूजा अपूर्ण मानी जीती है। मां लक्ष्मी की आरती में बिल्कुल भी शोर नहीं किया जाता है। घंटी, ताली आदि मां लक्ष्मी की आरती में नहीं बजाई जाती है। दिवाली पूजा के समय जोर से आवाज में आरती भी नहीं गाई जाती। कहा जाता है कि अधिक शोर से मां लक्ष्मी रुठ जाती हैं।